सिर्फ छह घंटे मिल रही बिजली, फसलों की सिंचाई पर असर
ग्रामीण क्षेत्र की पटरी से उतरी बिजली व्यवस्था उपभोक्ता परेशान रोस्टर का भी नहीं हो रहा पालन
हरदोई : जिले के ग्रामीण क्षेत्र में बिजली व्यवस्था पटरी से उतरी हुईं है। उपभोक्ताओं को निर्धारित समय सीमा व रोस्टर अनुसार बिजली नहीं मिल पा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई-कई घंटा बिजली गुल रहती है।
शहरी क्षेत्र में चौबीस घंटा, कस्बा व तहसील स्तर पर 18 घंटा और ग्रामीण क्षेत्र में 16 घंटे बिजली आपूर्ति का रोस्टर दिया गया है। शासन ने इसी अनुसार आपूर्ति के निर्देश हैं, मगर जिले में लोकल फाल्ट के कारण के ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को औसतन पांच से छह घंटे ही बिजली मिल पा रही है। उपभोक्ताओं को जहां अंधेरे में रहना पड़ रहा है, वहीं फसलों की सिचाई नहीं हो पा रही है। छिबरामऊ क्षेत्र में 24 घंटे में तीन से चार घंटे ही बिजली मिल पा रही है। कोथावां क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था बदहाल है। पूरी रात बिजली गायब रहती है, दिन में एक से दो घंटे ही बिजली मिल पा रही है। बेनीगंज क्षेत्र में 14 से 15 घंटे बिजली आपूर्ति मिल पा रही है। हरियावां क्षेत्र में लोकल फाल्ट बहुत होती हैं।
पिहानी में फाल्ट और रोस्टिग के कारण 13 से 14 घंटे लाइट मिल पा रही है। बघौली कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में 10 से 12 घंटे बिजली मिल रही है। शाहाबाद में रोस्टिग और लोकल फाल्ट के कारण 12 से 13 घंटे ही लाइट मिल रही है। संडीला में रात व दिन में कई बार कटौती की जा रही है, जिससे बिजली की आपूर्ति करीब 12 घंटे ही मिल पा रही है । मल्लावां में दिन व रात में कई बार कटौती की जा रही है । बिजली की आपूर्ति करीब 12 से 13 घंटे ही मिल रही है । पचदेवरा के अनंगपुर बिधुत उपकेंद्र से जुड़े क्षेत्र में 24 घंटे में महज आठ घंटे ही बिजली आपूर्ति मिल रही है। कछौना में प्रतिदिन 5 से 8 घंटे की कटौती की जा रही है। रूपापुर क्षेत्र में पांच से छह घंटे ही बिजली मिल पा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त बिजली न मिल पाने के कारण किसान परेशान हैं। वहीं लो-वोल्टेज आने से घरों में रखे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पंखे, कूलर, फ्रिज, समरसेबिल कई माह से शो पीस बन कर रह गए है। अधीक्षण अभियंता एनके मिश्र ने बताया कि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की समस्या का निदान कराया जाएगा।