इंसाफ तो दूर, पहचान तक न दिला सकी पुलिस
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हरदोई : प्रकरण एक : शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लालपालपुर से खेरौली जाने वाले मार्ग पर छोहा नाला पुल के नीचे एक 45 वर्षीय युवक का शव पड़ा मिला था। धारदार हथियार से वार करने के बाद गले में रस्सी कस कर हत्या की गई थी।
प्रकरण दो : शाहाबाद कोतवाली के ग्राम बिरौरी में वर्ष 2018 में एक 22 वर्षीय महिला की हत्या कर शव को जला दिया गया था। जिसकी आज तक पुलिस पहचान नहीं करा पाई है।
खबर में दी गई दो घटनाएं उदाहरण मात्र हैं। इसी प्रकार जिले में कई ऐसे अज्ञात शव मिले, जिनकी हत्या कर फेंक दिया गया था। पुलिस उन्हें इंसाफ दिलाना तो दूर की बात है, उनकी पहचान तक नहीं करा सकी है। ऐसे में पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल लगना तो लाजमी हैं। पहचान न हो पाने के लिए उन्हें न ही अपनों के कंधे मिल पाए और न ही हत्यारोपितों को सहज ही मिली। वहीं आज भी अपने उनका इंतजार कर रहे हैं। जिले की शहर कोतवाली से लेकर हर क्षेत्र में अज्ञात शव मिल चुके हैं। जिनकी हत्या कर फेंक दिया गया और हत्यारोपित आज भी खुलेआम घूम रहे हैं। जिन्हें पकड़ना तो दूर पुलिस को उनकी जानकारी तक नहीं है। इसमें सबसे अधिक कछौना कोतवाली क्षेत्र में शव मिले हैं। वर्ष 2018 में दो महिलाओं के क्षत विक्षत शव जंगल में पड़े मिले थे। इसके अलावा वहां के जंगलों में ही लोग हत्या कर शव को फेंककर चले जाते हैं। इस प्रकार देहात, शाहाबाद, संडीला, मल्लावां और 16 जुलाई को शहर कोतवाली में भी अज्ञात शव मिला। जिसकी हत्या कर फेंक दिया गया था। पुलिस इन्हें इंसाफ दिलाना तो दूर की बात पहचान तक न दिला सकी और आज भी उनके अपने घर आने की राह तक रहे हैं।