अंतरजनपदीय पांच शराब तस्कर चढ़े पुलिस के हत्थे
स्वाट की मदद से बेनीगंज पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है।
हरदोई : स्वाट की मदद से बेनीगंज पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने अंतरजनपदीय पांच शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 100 पेटी शराब, कई कंपनियों के ढक्कन, क्यूआर कोड और दो लग्जरी वाहन भी बरामद किए हैं। पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है।
एसपी अमित कुमार ने बताया कि जिले में गैर प्रांत की शराब के अवैध कारोबार को रोकने के लिए स्वाट को लगाया गया था। शनिवार शाम को स्वाट को सूचना मिली कि बेनीगंज क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी की जा रही है। जिसके बाद स्वाट ने बेनीगंज पुलिस की मदद से चेकिग अभियान के दौरान प्रतापनगर चौराहे से दो लोगों को पकड़ा और उनकी निशानदेही पर गेंगलापुर नहर कोठी से तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में गैर प्रांत की शराब और अलग-अलग कंपनी के ढक्कन व बोतल पर लगाए जाने वाले क्यूआर कोड बरामद किए। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपितों में अनुज जायसवाल जोकि बाराबंकी का रहना वाला है और वर्तमान समय में लखनऊ के राजाजीपुर में रहता है और उसके अन्य साथी सुशील कुमार आगा कॉलोनी सीतापुर, मनोज कुमार रसूलपुर बाराबंकी, अमित गुप्ता उर्फ मोनू निवासी प्रियदर्शिनी कॉलोनी मड़ियावां लखनऊ और राजेश जायसवाल, गोवर्धनपुर मानपुर सीतापुर के रहने वाले हैं, लेकिन राजेश वर्तमान में त्रिवेणीनगर अलीगंज लखनऊ में रहता है। एसपी ने बताया कि सुशील पर शाहजहांपुर में भी एक मुकदमा दर्ज है। ये हुआ बरामद : 100 पेटी शराब (1200 बोतल) अलग-अलग कंपनी के बोतल के 41,582 ढक्कन, 160 क्यूआर कोड स्टीकर और दो लग्जरी वाहन बरामद किए गए हैं। आखिर कहां से आते हैं क्यूआर कोड : गैर प्रांत से शराब को लाकर उसे बेचने के लिए प्रदेश में बिकने वाली शराब की बोतल में भरा जाता है। इसके लिए बोतलें और ढक्कन तो मिल जाते हैं, लेकिन बोतल पर पड़ने वाले क्यूआर कोड को कंपनी ही बनाती है। शराब तस्करों के पास से भी क्यूआर कोड मिले हैं। आखिर यह क्यूआर कोड शराब तस्करों को कहां से मिल रहे हैं।