पीएमएजीवाई के गांवों की अभी तक नहीं बन पाई कार्ययोजना
किशोरी को यह मिलेगी मात्रा किशोरियों को कैलोरी प्रोटीन फैट आयरन कैल्शियम ¨जक विटामिन-ए एवं बी-9 की पूर्ति के लिए केंद्रीय न्यूट्रीविटी वैल्यू आफ इंडियन फूड्स की ओर मात्रा का निर्धारण किया गया है। मोटा अनाज में रागी 500 बाजरा 1750 ज्वार 1000 मक्का 1500 कोदो 500 एवं कठिया गेहूं 1250 ग्राम देशी काला चना 2500 ग्राम अहरह दाल 1000 ग्राम देसी घी 112.50 ग्राम प्रतिमाह दिया जाएगा। 306 वीरांगना दल गठित जिले में स्कूल न जाने वाली करीब 5 हजार किशोरी चिह्नित हुई हैं। डीपीओ ने बताया कि स्कीम फार एडोलमेंट गर्ल्स के तहत 25 से 30 किशोरियों का एक वीरांगना दल गठित कराया गया है। जिले में 306 वीरांगना दल गठित किए गए हैं। प्रत्येक दल में एक किशोरी को सखी एवं एक को सहेली नामित किया गया है। जो दल की अन्य किशोरियों को मानसिक एवं शारीरिक रूप से शिक्षा स्वच्छता व्यक्तिगत स्वच्छता जीवन कौशल व्यावसायिक कौशल विकास एवं पारिवारिक देखभाल व जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक बनाएंगी।
हरदोई : गांवों की तरक्की, विकास एवं निर्माण कार्यों के प्रति भले ही सरकारें ¨चतित हों, लेकिन जिम्मेदारों पर इसका कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है। प्रधानमंत्री की शीर्ष प्राथमिकता में से एक और चुनावी वर्ष होने के बाद भी पीएमएजीवाई (प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना) में चयनित 21 गांवों के संतृप्तीकरण की तो बात दूर, अभी तक सभी विभागों से कार्ययोजना तक नहीं तैयार कराई जा सकी है।
पीएमएजीवाई में जिले के 21 गांवों को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने 50 फीसद से अधिक आबादी वाले 21 गांवों को चयनित किया है। चयनित गांवों को सभी मदों में संतृप्त कराते हुए आदर्श गांव बनाए जाने हैं। बताया कि शासन ने प्रत्येक गांव के लिए 17-17 लाख रुपये की राशि भी आवंटित की है, ताकि गांवों में विकास एवं निर्माण कार्य कराए जा सकें और धनराशि की कोई समस्या न आने पाए। कई माह पहले जिले को आवंटित हो चुकी राशि नोडल अधिकारी के माध्यम से खाता में पड़ी हुई हैं।
बताया गया गांवों में संपर्क मार्ग, सीसी रोड, ड्रेन, सोलर स्ट्रीट लाइट, पेयजल, शिक्षा, नाली-खड़ंजा, विद्युतीकरण समेत मूलभूत सुविधाओं के साथ ही विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों में भी शत प्रतिशत पात्रों को लाभांवित किया जाना है। नोडल अधिकारी का कहना है कि अभी तक सोलर स्ट्रीट लगवाए जाने के लिए नेडा से 94 लाख रुपये का स्टीमेट और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग से 10 गांवों में सीसी रोड का स्टीमेट प्राप्त हुआ है। ऐसे में अभी किसी भी विभाग को धनराशि का हस्तांतरण भी नहीं किया जा सका है।