परफारमेंस ग्रांट के लिए ग्राम पंचायतें नहीं जुटा पा रही साहस
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हरदोई : परफारमेंस ग्रांट के लिए 1306 में से 32 ग्राम पंचायतें ही साहस जुटा सकी हैं। जबकि अन्य ग्राम पंचायतों का ऑनलाइन आवेदन एवं पंजीकरण के प्रति सकारात्मक रुख नहीं दिख रहा है। केंद्र सरकार ने परफारमेंस ग्रांट के तौर खजाना खोला है और इसके लिए हमारी पंचायत पोर्टल पर पंजीकरण के लिए यूजर आइडी एवं पासवर्ड भी ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराए गए हैं।
गांवों की तरक्की, विकास एवं निर्माण कार्य के लिए धनराशि की आवश्यकता होती है। अधिकांश देखने में आता है कि ग्रामीणों की ओर से कार्य कराए जाने की मांग पर जिम्मेदार बजट न होने का रोना रो देते हैं। केंद्र सरकार की ओर से प्राप्त होने वाली 14वां वित्त आयोग की मद की राशि से 10 फीसद राशि की कटौती शासन स्तर पर कर ली जाती है। जिसे अच्छा काम करने वाली ग्राम पंचायतों को परफारमेंस ग्रांट के तौर दिए जाने की व्यवस्था दी गई है। पंचायतीराज विभाग के प्रमुख सचिव ने पहले 7 अक्टूबर तक आवेदन मांगे थे। जबकि अभी तक 32 ग्राम पंचायतें ही पंजीकरण करा पाई हैं। 10 ब्लाकों से ही पंचायतों ने कराया पंजीकरण : पोर्टल पर पंजीकरण पर नजर डाले तो 19 में से 10 ब्लाकों की 32 ग्राम पंचायतों ने पंजीकरण कराया है। जिसमें बिलग्राम की 16, हरियावां की 5, सुरसा की 3, टड़ियावां की 2, अहिरोरी, बावन, भरखनी, कोथावां, मल्लावां एवं पिहानी की एक-एक ग्राम पंचायत शामिल है। 37 ग्राम पंचायतों में पड़ी है राशि : वैसे तो वर्ष 2016-17 में 37 ग्राम पंचायतों को परफारमेंस ग्रांट मिली थी। नियमों की अनदेखी कर दिए जाने से शासन ने खर्च पर रोक लगा दी थी। जिससे यह राशि अभी खातों में पड़ी है। ---वर्ष 2013-14 एवं 2014-15 के सभी मदों की ऑडिट रिपोर्ट एवं स्वयं की आमदनी को पोर्टल पर अपलोड करना होगा। ऑडिट एवं आमदनी की रिपोर्ट में गड़बड़ी होने पर ग्राम पंचायत को पात्र नहीं माना जाएगा। कम आवेदन के ²ष्टिगत प्रमुख सचिव ने समयावधि को 30 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। ऐसे में ग्राम पंचायतों को मौका मिला है और आवेदन कर सकती हैं।-- गिरीश चंद्र, डीपीआरओ