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मुस्लिम प्रोफेसर के संस्कृत पढ़ाने पर राजनीति दुखद: योगी यतिद्रानंद

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By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 10:11 PM (IST)Updated: Fri, 22 Nov 2019 06:06 AM (IST)
मुस्लिम प्रोफेसर के संस्कृत पढ़ाने पर राजनीति दुखद: योगी यतिद्रानंद
मुस्लिम प्रोफेसर के संस्कृत पढ़ाने पर राजनीति दुखद: योगी यतिद्रानंद

हरदोई : महामंडलेश्वर योगी यतिद्रानंद गिरि जी महाराज ने जेएनयू में विद्या अर्जित करने के लिए विद्यार्थियों का कुछ लोग ब्रेनवाश आतंकी जैसी गतिविधियां पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में बहुत सक्रिय रहने की आवश्यकता है। हरदोई एक कार्यक्रम में आए महामंडलेश्वर फिल्म अभिनेता सुरेंद्रपाल सिंह के साथ लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में पत्रकार वार्ता कर रहे थे।

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उन्होंने बताया कि बीएचयू में मुस्लिम प्रोफेसर के संस्कृत पढ़ाई जाने पर हो रही राजनीति को लेकर तंज कसा और कहा कि उस पर किसी राजनीति करने की जरूरत नहीं है। अगर मुस्लिम प्रोफेसर संस्कृत पढ़ा रहे हैं तो अच्छी बात है। फिल्म कलाकार सुरेंद्र पाल ने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार महाभारत के धृतराष्ट्र की तरह है। जिसे दिखाई कुछ नहीं पड़ता है। वहां भी संजय था और यहां भी संजय है। उन्होंने राम मंदिर पर अपने विचार प्रकट किए और कहा कि श्रीराम मंदिर का भवन होना चाहिए और जल्द भवन का निर्माण जल्द कराया जाए। इसके लिए जैसे माता वैष्णो देवी मंदिर ट्रस्ट बना है। उसी के आधार पर होना चाहिए। अब राजनीति में जाति समुदाय का समय समाप्त हो चुका है। अब जल्द ही राम मंदिर निर्माण होना है। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता त्रिलोकी सिंह गौर, अश्वनी कुमार सिंह, प्रताप सिंह, अमन मिश्रा आदि मौजूद रहे। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का विरोध कर अमन चैन खराब करने की कोशिश : महामंडलेश्वर योगी यतिद्रानंद गिरि ने कहा कि श्रीराम जन्म भूमि के संदर्भ में उच्चतम न्यायालय ने न्यायोचित निर्णय लिया है। जो पूर्णता तथ्यों पर आधारित है। आज कुछ लोग सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय पर आपत्ति जता रहे हैं। वह नहीं चाहते कि देश के अंदर अमन और चैन रहे वास्तव में ऐसे लोग राष्ट्रभक्त तो कदापि नहीं हो सकते हैं। ऐसे लोगों के ऊपर सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। सरकार जो भी राम जन्मभूमि निर्माण के लिए ट्रस्ट अथवा बोर्ड का गठन करती है। उस बोर्ड में श्रीराम जन्म भूमि न्यास की महत्वपूर्ण भूमिका रहनी चाहिए।


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