सरकारी केंद्रों पर सन्नाटा, आढ़तों पर धान की बाढ़
श्चड्डस्त्रस्त्र4 श्चह्वह्मष्द्धड्डह्यद्बठ्ठद्द श्चड्डस्त्रस्त्र4 श्चह्वह्मष्द्धड्डह्यद्बठ्ठद्द श्चड्डस्त्रस्त्र4 श्चह्वह्मष्द्धड्डह्यद्बठ्ठद्द
हरदोई : नवीन गल्ला मंडी समेत जिले की समस्त मंडियों में धान की आवक लगातार बढ़ रही है। मंडी में उपज बेचने के लिए किसानों की भीड़ लग रही है, लेकिन कोई केंद्रों पर जाने को तैयार नहीं है। सरकारी क्रय केंद्रों पर सन्नाटा बरकरार है। केंद्रों पर अव्यवस्थाओं का आलम यह है कि अधिकतर केंद्रों पर प्रभारी नहीं बैठते। जो केंद्र पर बैठे मिल जाते हैं वह किसानों को कांटा-बांट खराब बताकर लौटा देते हैं।
जिला प्रशासन ने लक्ष्य की पूर्ति के लिए 60 क्रय केंद्र खोले हैं। प्रशासन सभी क्रय केंद्रों के क्रियाशील होने का दावा करता है, लेकिन हकीकत यह है कि अधिकतर केंद्रों पर प्रभारी नहीं मिलते। अधिकतर केंद्रों पर रखे कांटा-बांट का ताला तक नहीं खुलता। गल्ला मंडी में धान बेचने आए किसान किशन पाल, गयाप्रसाद और बेचेलाल ने बताया कि केंद्र प्रभारियों की मनमानी से केंद्र पर धान बेचना मुश्किल है। कोई प्रभारी धान खरीदना नहीं चाहता। केंद्र पर धान न तौलना पड़े, इसके लिए प्रभारी तमाम तरह के नियम बताते हैं। कुछ बताते हैं कि धान में नमी की मात्रा अधिक है तो कोई धान खराब होने की बात कहकर लौटा देता है। डिप्टी आरएमओ बोले ..
डिप्टी आरएमओ अनुराग पांडेय ने बताया कि धान खरीद केंद्रों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है, जिन केंद्रों पर अव्यवस्थाएं मिल रही हैं, उन केंद्रों के प्रभारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि प्रभारियों को किसानों से संपर्क कर धान खरीदने को निर्देशित किया गया है। किसानों को कोई समस्या है तो वह उनके कार्यालय में शिकायत दर्ज करा सकता है।