वृद्धों में बढ़ रही असुरक्षा की भावना
श्रद्यस्त्र ड्डद्दद्ग स्त्रड्ड4 श्रद्यस्त्र ड्डद्दद्ग स्त्रड्ड4 श्रद्यस्त्र ड्डद्दद्ग स्त्रड्ड4
हरदोई : साहित्यिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एंव आध्यात्मिक संस्था संवेदना ने संस्थाध्यक्ष के आवास पर वृद्ध सम्मान समारोह का आयोजन किया। जिसमें स्टेट बैंक के पूर्व प्रबंधक समेत कई वृद्ध जनों को सम्मानित किया गया। विचार गोष्ठी में संस्थाध्यक्ष डा. ईश्वर चंद्र वर्मा ने कहा कि परिवारों में संवेदनात्मक एवं आत्मीय संबंधों में आई गिरावट के कारण वृद्धों की समस्याओं में काफी वृद्धि हुई है और उनमें असुरक्षा की भावना प्रबल हुई है। स्टेट बैंक के पूर्व प्रबंधक सतीश चंद्र शुक्ला के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उपाध्यक्ष डा. नेश चंद्र ने कहा कि श्री शुक्ल ने सफल बैंक सेवा के साथ-साथ अपने बच्चों की सफलता के लिए भी कड़ा परिश्रम किया। उनका एक पुत्र डीएम है। वहीं महामंत्री ब्रह्मस्वरूप पांडेय ने कहा कि कर्मशील, दिनचर्या, स्वाध्याय एवं चितन मनन, आध्यात्मिक जीवन, व्यसनों से मुक्ति, सामाजिक संगठनों से जुड़ाव, कम अपेक्षाएं, योग-व्यायाम एवं हास्य विनोद वे साधन हैं। जिनके द्वारा वृद्धावस्था को सहज बनाया जा सकता है। संस्था की उपमंत्री शीला पांडेय ने कहा कि वृद्धों को अपना अनुभव व ज्ञान नई पीढ़ी को उदारतापूर्वक बांटना चाहिए। वह नई पीढ़ी के साथ घुले-मिले और अपने अहम का त्याग करें। इस दौरान सकाहा संस्कृत विद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य आचार्य शिवशरण सिंह चौहान, बालकृष्ण गुप्त, गंगाशरण मिश्र, गिरीश चंद्र बाजपेयी, राजेंद्र कुमार सिंह, अशोक कुमार बाजपेयी आदि मौजूद रहे।