अधीक्षण अभियंता ने एक्सईएन से मांगा जवाब
-दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर का लिया संज्ञान पत्र के साथ संलग्न की कटिग -प्रधानमंत्री परियोजना निर्माण खंड-दो अधिशासी अभियंता ने ठेकेदारों पर दिखाई है दरियादिली
हरदोई : बैंक गारंटी के बिना फर्मों को किए गए लाखों के भुगतान के दैनिक जागरण के अंक में किए गए राजफाश का प्रधानमंत्री परियोजना लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता ने संज्ञान लिया है। 11 जुलाई के अंक में प्रकाशित बैंक गारंटी के बिना फर्मों को जारी कर दिए लाखों रुपये शीर्षक से प्रकाशित खबर की कटिग को संलग्न करते हुए एक्सईएन नीरज सिंह से एक-एक बिदु पर साक्ष्य सहित स्पष्ट जवाब मांगा है।
प्रधानमंत्री परियोजना निर्माण खंड-दो के अधिशासी अभियंता ने ठेकेदारों के प्रति दरियादिली दिखाते हुए उप्र ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण में दी गई मोबलाइजेशन एडवांस के लिए बैंक गारंटी की व्यवस्था के तहत बिना बैंक गारंटी के ही तीन कार्यों के लिए दो फर्मों को 30 लाख रुपये जारी कर दिए।
बता दें कि प्रधानमंत्री परियोजना के तहत जिले में नौ मार्गों के निर्माण की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी हुई है। फर्मों ने काम शुरू कराने के नाम पर मोबलाइजेशन एडवांस की मांग कर ली। उप्र ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सीसीएल (कैश क्रेडिट लिमिट) में जिले के प्रधानमंत्री परियोजना निर्माण खंड-दो को चार जून और पांच जुलाई को कुल दो अरब साठ करोड़ अस्सी लाख बारह हजार एक सौ बहत्तर रुपये जारी किए। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बैंक गारंटी प्राप्त होने पर ही भुगतान की अनिवार्यता दी थी। इन मार्गों के लिए दिया गया था एडवांस : अधिशासी अभियंता ने कोथावां-अतरौली रोड से रामपुर मार्ग के नाम पर 12 लाख रुपये और बिलग्राम-सांडी-अल्हागंज मार्ग से दुर्गागंज के निकट से नेकपुर नेवादा को जोड़ने वाले डा. राजाराम मार्ग के नाम पर 15 लाख रुपये और हरदोई-सकतपुर मार्ग से नयागांव मार्ग के नाम पर 11 लाख 50 हजार रुपये जारी किए हैं।