जौ, गेहूं की दलिया एवं किचन सामग्री से बना रहे होममेड सेरेलेक
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हरदोई : गेहूं एवं जौ की दलिया एवं किचन सामग्री से होममेड सेरेलेक तैयार कर कुपोषण के खात्मा को धार दी जा रही है। बच्चों के स्वास्थ्य के लिए गुणवत्तायुक्त एवं लाभकारी होममेड एक किलो सेरेलेक की लागत करीब 125 रुपये आती है। जो एक बच्चा के लिए एक माह के पर्याप्त होता है। कम लागत में शुद्ध एवं घर पर तैयार होने वाले सेरेलेक का फार्मूला अहिरोरी में बाल विकास परियोजना अधिकारी के पद पर तैनात अनुराग सिंह ने तैयार किया है। उन्होंने पायलेट प्रोजेक्ट के तौर अहिरोरी के 8 सेक्टर के 25 केंद्रों पर इसका उपयोग भी शुरू कराया है।
वैसे तो बाजार में ब्रांडेड कंपनियों के कई उत्पादक उपलब्ध हैं। जो महंगे होने से ग्रामीण क्षेत्र में सभी परिवारों की पहुंच से दूर हैं। जिसे बच्चों को नहीं मिल पाते हैं। इसी टीस ने सीडीपीओ अनुराग सिंह को कचोटा। उन्होंने गेहूं एवं जौ की दलिया के साथ किचन में उपलब्ध सामग्री से होममेड सेरेलेक तैयार करने का फार्मूला खोज निकाला। वह कहते हैं कि होममेड सेरेलेक को पहले अपने घर पर तैयार किया और खुद के बच्चे को दिया। परिणाम सकारात्मक रहे।
बताया कि प्रत्येक माह नवजात के 180 दिन पूरे होने पर अन्नप्रासन कार्यक्रम होता है। उसी कार्यक्रम में धात्री महिला को होममेड सेरेलेक की सामग्री और बनाने की विधि बताई जाती है। बनाते समय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सहयोग के लिए भी कहा गया है। तैयार होममेड सेरेलेक का 6 माह से अधिक आयु के बच्चों को एक चम्मच स्वादानुसार मीठा एवं नमकीन तैयार दिलाया जाता है। इन सामग्री की होती है जरूरत : होममेड सेरेलेक बनाने के लिए गेहूं एवं जौ की दलिया, चावल, बाजरा, अरहर, मूंग एवं चना की दाल, मूंगफली के दाना, बादाम, काजू एवं सफेद इलायची को निर्धारित अनुपात लेना होता है। घर पर बनाने की यह है विधि : अनुराग सिंह का कहना है कि सभी चीजों की साफ एवं धुलने के बाद सुखा लिया जाए। सामग्री को एक में मिलाकर पैन में धीमी आंच में गुलाबी भून लिया जाता है। ठंडा होने पर सामग्री को पीसने से होममेड सेरेलेक तैयार हो जाता है।