सात क्रय एजेंसियों पर किसानों का 358.41 लाख बकाया
- किसानों को 72 घंटे के अंदर भुगतान के दावे हवा हवाई - बकाया भुगतान को लेकर प्रभारियों व अधिकारियों के चक्कर लगा रहे किसान
हरदोई : सरकारी केंद्र पर गेहूं बेचने वाले किसानों को 72 घंटे में भुगतान करने के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। सात क्रय एजेंसियों पर किसानों का 358.41 लाख रुपया बकाया है। किसान उपज बेचने के बाद अब बकाया भुगतान को लेकर प्रभारियों व अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
किसानों को मूल्य समर्थन योजना का लाभ दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने सात क्रय एजेंसियों के 122 खरीद केंद्र स्थापित किए हैं। सरकारी आंकड़ों में 427 किसानों से 26 हजार 187 क्विंटल से अधिक गेहूं खरीदने का दावा किया जा रहा है, लेकिन किसानों को बकाया भुगतान करने के मामले में क्रय एजेंसियां पीछे हैं। किसानों का इन क्रय एजेंसियों पर 358.41 लाख रुपया बकाया है। किसान बकाया भुगतान को लेकर परेशान है। डिप्टी आरएमओ अनुराग पांडेय ने बताया कि किसानों के बकाया भुगतान को लेकर नियमित समीक्षा की जा रही है। क्रय एजेंसियों को समय से किसानों को भुगतान करने को निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि चुनाव बाद सभी किसानों का बकाया भुगतान करा दिया जाएगा।
बिजली बिल बकायेदारों को फोन कर दिलाई जा रही याद: हरदोई : बिजली विभाग की ओर से चल रही ओटीएस योजना के तहत उपभोक्ता पंजीकरण कराने के बाद शेष धनराशि को जमा करना भूल गए हैं। ऐसे उपभोक्ताओं को बिजली विभाग के अवर अभियंता फोन कर बकाया जमा करने की याद दिलाई जा रही है।
बिजली विभाग की ओर से ओटीएस योजना चल रही है। इसके तहत उपभोक्ताओं को 31 जनवरी तक बकाया पर लगने वाले ब्याज में शत प्रतिशत छूट दी जा रही है। जिले में ऐसे तीन लाख 52 हजार 466 उपभोक्ताओं को ओटीएस योजना का लाभ देने के लिए चिह्नित किया गया था। जिसमें 52 हजार 675 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है। जिनसे विभाग को पंजीकरण के रूप में 1938.47 लाख रुपये की धनराशि प्राप्त हुई है। इनमें से 45 हजार 737 उपभोक्ताओं ने पूर्ण धनराशि जमा कर दी। अभी तक 6 हजार 938 ऐसे उपभोक्ता है। जिन्होंने पंजीकरण के बाद भी अभी तक शेष धनराशि जमा नहीं की है। इनमें 1975 शहरी उपभोक्ता शामिल है। अधीक्षण अभियंता एनके मिश्र ने बताया कि उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने से पूर्व अवर अभियंता उपभोक्ताओं को फोन कर रहे है और उनसे बकाया धनराशि को जमा करने के लिए कहा गया है।