ठेलिया से मरीज को लेकर पहुंचे अस्पताल
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हरदोई : कारण कुछ भी हो, एक बार फिर सिस्टम की पोल खुल गई है। गरीब के पास न संसाधन था न रुपये और किसी ने मदद भी नहीं की। परेशान होकर पुत्र, बीमार बुजुर्ग पिता को ठेलिया पर लेकर जिला अस्पताल पहुंचा, लेकिन उसकी मौत हो गई।
सरकार ने असहाय मरीजों को घर से अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की निश्शुल्क व्यवस्था कर रखी है। जो मरीज को लेकर पास के अस्पताल पहुंचाकर इलाज मुहैया कराती हैं और हालत बिगड़ने पर लखनऊ भी ले जाती हैं। गुरुवार को सांडी मार्ग पर ग्राम नौसहरा निवासी वटेश्वर की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद परिवार के सदस्यों ने उन्हें ठेलिया पर लिटाकर शहर की ओर चल दिए। शहर के एक नर्सिंग होम में उन्हें दिखाया तो डॉक्टर ने भर्ती करने से इन्कार कर दिया। जिसके बाद वह लोग वृद्ध को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां पर इमरजेंसी कक्ष में मौजूद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जब परिवार के सदस्यों से एंबुलेंस के लिए पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एंबुलेंस के लिए मोबाइल से फोन करना पड़ता है, लेकिन उनके पास मोबाइल ही नहीं था और पिता की हालत को देखते हुए वह उन्हें ठेलिया से लेकर अस्पताल पहुंचे। अगर समय से वह अस्पताल पहुंच जाते तो इलाज हो जाता और उनकी जान बच जाती। कारण कुछ भी रहा हो, लेकिन जरा सी लापरवाही के चलते एक वृद्ध की जान चली गई।