मरीजों से पलंग भरे, स्ट्रेचर पर हो रहा उपचार
हरदोई : बीमारियों का प्रकोप है। जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रह
हरदोई : बीमारियों का प्रकोप है। जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में मरीज भर्ती नहीं हो रहे हैं। जिससे हालात ऐसे हो गए है कि अस्पताल में पलंग खाली नहीं रह गए हैं इस कारण मरीजों का उपचार स्ट्रेचर पर ही किया जा रहा है और बेंचों पर मरीज लेटे हुए हैं।
मौसम में बदलाव के कारण संक्रामक बीमारी से लोग परेशान हैं। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग अधिकतर तेज बुखार और डायरिया से परेशान हैं। जिला अस्पताल से लेकर प्राइवेट अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी हुई है। अस्पताल का हाल यह है कि इमरजेंसी कक्ष में प्रतिदिन सौ से अधिक मरीजों का भर्ती किया जा रहा है। जिस कारण से अस्पताल के सभी नौ वार्ड में पड़े लगभग 180 पलंग भर चुके हैं और मरीज बेंचों पर भी लेटे हुए हैं। आलम यह है कि अस्पताल में स्ट्रेचर पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है और मरीजों को एक वार्ड से दूसरे वार्ड में ले जाने के लिए उनके तीमारदार गोद में ले जा रहे हैं। जब मरीजों को दो दिन उपचार करने पर भी राहत नहीं मिलती है तो उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया जाता है और जिन मरीजों को दो दिन में राहत मिल जाती है तो उन्हें दवा देकर घर भेज दिया जाता है। जांच कराने के लिए लंबी लाइन से पड़ता है गुजरना : बीमारियों का प्रकोप होने के कारण अस्पताल में स्थित पैथोलॉजी में जांच कराने के लिए मरीजों को पर्चा चढ़वाने से लेकर जांच कराने तक के लिए लंबी लाइन से गुजरना पड़ता है। घंटो लाइन में लगने के बाद उनका नंबर आ पाता है। पैथोलॉजी कक्ष में कर्मचारी से भिड़े नेता जी : बुधवार को पैथालोजी में जांच कराने के लिए एक पार्टी के नेता जी गए थे। जहां पर बिना लाइन के कर्मचारी से जांच करने को कहने लगे जब उसने लाइन से आने की बात कही तो वह भड़क गए और हंगामा करने लगे। जिसके बाद पैथालोजी के सभी कर्मचारी सीएमएस के पास शिकायत करने गए। उन्होंने समझा बुझाकर मामला शांत कराया। अस्पताल के हालात से सीएमएस अंजान : जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए पलंग खाली है या नहीं और कितने मरीजों की जांच की जा रही है इसकी जानकारी सीएमएस एके शाक्य को नहीं है।