कलश स्थापना के साथ शुरू हुआ मां नवदुर्गा का पूजन
06एचआरडी 012013 व 014 जागरण संवाददाताहरदोई शनिवार को सुबह ही साफ-सफाई कर चूना भी डाला गया।
हरदोई : चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के प्रथम दिन मां शैलपुत्री का पूजन किया गया। सुबह से ही कलश स्थापना सहित अन्य तैयारियां होने लगी थीं। श्रद्धालुओं ने मां शैलपुत्री से शांत व सौम्यता की कामना की।
प्रथम दिन कलश स्थापना, अखंड ज्योति के साथ मां का पूजन किया गया। श्रद्धालुओं में सुबह से ही अति उत्साह नजर आ रहा था। मंदिरों से लेकर घरों तक में पूजन की तैयारियों के लिए जागरण काफी सुबह हो गया था। आचार्य मृदुल के अनुसार मान्यता है कि शांति व उत्साह देने वाली देवी मां शैलपुत्री भय का नाश करती है। मां यश कीर्ति,धन व विद्या को देने वाली है। ऐसा मानना है कि जो भक्त जितनी श्रद्धा से मां का पूजन करता है मां उसकी कामना उतनी ही शीघ्रता से पूरा करती हैं। मां का पूजन चूंकि नवरात्र के प्रथम दिन ही होता है इसलिए कलश स्थापना,ध्वजारोहण से अनुष्ठान का शुभारंभ होता है। मां पर्वत राज हिमालय के घर में पुत्री के रूप में अवतरित हुई। मां श्रवण देवी मंदिर, मां दुर्गा देवी मंदिर, मां फूलमती देवी ,श्री शिव-भोले मंदिर, पीला मंदिर,श्रीराम जानकी मंदिर,बाबा नागेश्वर नाथ मंदिर,मां काली मंदिर, मां मनकामेश्वर मंदिर, मां मीनाक्षी मंदिर सहित नगर के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ से ही लगी रही। शाम को महिलाओं ने देवी गीत से मां की आराधना की।
एक दिन से पूर्व से शुरू हो गईं थीं तैयारियां
हरदोई : नवरात्र पूजन की तैयारियां शुक्रवार से ही शुरू हो गईं थीं। आम के पत्ते, नीम की पत्तियों का गुच्छा,पान, सुपारी सहित अन्य पूजन सामग्री एक दिन पूर्व ही श्रद्धालुओं ने एकत्र कर ली थी। कलश स्थापना की तैयारियां भी एक दिन पूर्व ही कर लीं गईं थी। मंदिरों से लेकर घरों तक में मां की मूर्तियों व उनके स्थापना स्थल की साफ -सफाई की गई। मां का श्रृंगार लाल चुनरी से किया गया।
प्रशासन ने की साफ-सफाई की व्यवस्था
हरदोई : नगर पालिका प्रशासन की ओर से नगर के सभी देवी मंदिरों के आसपास एक दिन पूर्व से ही विशेष सफाई अभियान चलाया गया। शनिवार को सुबह ही साफ-सफाई कर चूना भी डाला गया।