शादियों में बेजा खर्च पर रोक लगाएं मुसलमान
पिहानी : अंजुमन खुद्दामे सहाबा के तत्वाधान में आयोजित 16 दिवसीय जलसे शोहदा-ए-इस्लाम के पांचवें दि
पिहानी : अंजुमन खुद्दामे सहाबा के तत्वाधान में आयोजित 16 दिवसीय जलसे शोहदा-ए-इस्लाम के पांचवें दिन उलेमाओं ने नौजवानों को अपनी बेराहरवी में सुधार लाने की नसीहत दी। समाज के जिम्मेदारों से भी शादियों में फिजूल खर्ची रोकनी की अपील की।
मस्जिद सैयदना फारुके आजम चौहट्टा में सुन्नी समुदाय के 16 दिवसीय जलसों के पांचवें दिन मदरसा हुसैनिया मोहम्मदी खीरी के उस्ताद मुफ्ती एहसान उल्लाह कासमी ने समाज में पनप रही बुराइयों पर गहरी ¨चता प्रकट की। कहा कि आज मुसलमानों के घरों की शादियां सुन्नत के बिल्कुल खिलाफ हो रही हैं। बिना झिझक दहेज का मुतालबा, लंबी चौड़ी बरात ले जाकर लड़की वालों पर बेजा बोझ डालना उचित नहंी। मोहम्मद स.आ. की सुन्नतों को पामाल और नजर अंदाज किया जाता है। मुफ्ती साहब ने आगे कहा कि आज के नौजवानों को सहाबा सहाबा रजी की तारीख और उनकी सीरत को पढ़कर उस पर अमल करना चाहिए। उनको चाहिए अबूव्रक उमर और दीगर साहब को अपना आइडियल आदर्श बनाएं। वालिदैन को चाहिए वो अपने बच्चों की सख्त निगरानी करें।
जलसे को दिल्ली की मस्जिद कला के इमामों खतीब मौलाना शमसुल हसन कासमी ने अपने खिताब में हजरत उस्मान गनी रजि. की सीरत और शहादत पर रोशनी डाली। कारी शकील ने कुरआन की तिलावत से जलसे का आगाज किया।