तो नील गाय का शिकार करते समय शिक्षक को लगी थी गोली !
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पिहानी : नौ माह पहले हुई शिक्षक हत्याकांड खुलासे में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। सूत्रों की मानें तो पुलिस भी यह मान रही है कि शिक्षक की हत्या किसी रंजिश के चलते नहीं बल्कि अचानक चली गोली से उसकी मौत हुई। जो की नील गाय का शिकार करने के दौरान चली हो, लेकिन पुलिस अभी हर पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है।
क्षेत्राधिकारी हरियावां नागेश मिश्रा के आने के बाद शिक्षक हत्याकाण्ड की जांच ने नौ माह बाद तेजी पकड़ी है। 29 जनवरी को उस समय शिक्षक सुशील कुमार गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह अपने उच्च प्राथमिक विद्यालय निपनिया को बंद कर पिहानी कस्बा स्थित घर साइकिल से आ रहे थे। नौ माह बाद हत्याकांड की जांच ने फिर तेजी पकड़ी है। जिसमें कई पहलुओं पर पुलिस विचार कर रही है। जिसमें एक अहम पहलू नील गाय के शिकार के लिए चलाई गई गोली है। पिहानी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक सूर्य प्रकाश शुक्ला व सीओ हरियावां नागेश मिश्रा दोनों ही इन पहलुओं पर चर्चा करते देखे गए है। शिक्षक की हत्या 315 की गोली से हुई थी, जो की शिक्षक के शरीर में ही पाई गई । जानकार लोग बताते हैं कि 315 की गोली जब दूर से चलती है, तभी शरीर में रुकने की संभावना रहती है। नजदीक से मारी गयी गोली शरीर के आरपार हो जाती है। जिस स्थल पर गोली शिक्षक के मारी गई, वह पिहानी का मुहल्ला पियाबाग लगता है। जहां के लोग अमूमन नील गाय का शिकार करते हैं। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है उम्मीद है जल्द खुलासा हो जायेगा।