एबीआरसी तैनात नहीं, फिर भी कार्यो की हो रही मानीटरिग
परिषदीय विद्यालयों की शिी गुणवत्ता के सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।
हरदोई : परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए एबीआरसी के कार्यो की मानीटरिग के लिए विकसित एप जिले में बगैर एबीआरसी के ही मानीटरिग कर रहा है। जिले में एबीआरसी की तैनाती न होने से इस एप की उपयोगिता का लाभ विभाग को नहीं मिल पा रहा है और शिक्षा के स्तर भी नहीं बढ़ पा रहा है।
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता के सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। इसके लिए आन लाइन मानीटरिग के लिए कई एप लांच किए गए है। इनमें एबीआरसी के कार्यो के अनुसरण के लिए ईशा एप लांच किया गया है। इसके तहत एबीआरसी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता के लिए जो कार्य कर रहे है वह एप पर अपलोड करेंगे। जिसकी जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर मानीटरिग की जाएगी। इससे एबीआरसी के कार्यो पर नजर रहेगी और उनके उपयोगिता के महत्व का भी पता चल सकेगा। एबीआरसी विद्यालय पहुंचकर शिक्षण कार्य, विद्यालयों के कार्यो का अनुश्रवण करेंगे और उसको मोबाइल के माध्यम से एप पर अपलोड करेंगे। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों के एबीआरसी को प्रशिक्षित भी किया जा चुका है। जिले में 19 ब्लाक और एक नगर संसाधन केंद्र है। प्रत्येक ब्लाक में चार चार एबीआरसी की तैनाती होती थी। जिले में एबीआरसी का कार्यकाल मई 2017 में समाप्त हो चुका है। नवीन चयन के लिए विभाग की ओर से प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसकी परीक्षा की तिथि भी निर्धारित हो गई थी। मगर प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। इससे जिले में बगैर एबीआरसी के ईश एप काम कर रहा है। इससे विभागीय कार्यशैली का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस संबंध में जिला समन्वयक संजय कुमार ने बताया चुनाव के कारण चयन प्रक्रिया स्थगित कर दी गई। चुनाव के उपरांत ही इस एप के माध्यम से कार्य किया जा सकेगा।