स्वाइन फ्लू वार्ड बना, पर लटकता मिला ताला
- 10 शैय्यायुक्त वार्ड बनाने के दिए गए थे निर्देश जागरण संवाददाता, हरदोई : प्रदेश में स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है और सभी जिला अस्पतालों में एक 10 शैय्यायुक्त स्वाइन फ्लू वार्ड बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन जिला अस्पताल में सिर्फ छह शैय्यायुक्त ही वार्ड नेत्र विभाग में बनाया गया, पर उसमें ताला लटकता मिला। सीएमएस के अनुसार स्वाइन फ्लू की सभी दवाएं व जांचें उपलब्ध हैं।
हरदोई : प्रदेश में स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है और सभी जिला अस्पतालों में एक 10 शैय्यायुक्त स्वाइन फ्लू वार्ड बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन जिला अस्पताल में सिर्फ छह शैय्यायुक्त ही वार्ड नेत्र विभाग में बनाया गया, पर उसमें ताला लटकता मिला। सीएमएस के अनुसार स्वाइन फ्लू की सभी दवाएं व जांचें उपलब्ध हैं।
प्रदेश में स्वाइन फ्लू की आहट पर स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है और इसके लिए एक वार्ड भी बनाने के निर्देश जारी किए गए। जिला अस्पताल में नेत्र विभाग में स्वाइन फ्लू वार्ड बनाया गया है, जहां पर छह मरीजों को भर्ती किया जा सकता है। वार्ड में मरीजों के लिए मच्छरदानी की भी व्यवस्था उपलब्ध है, लेकिन मरीज न होने के कारण इसमें हर समय ताला लटकता रहता है। नेत्र विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों को ही उसकी चाबी सौंप दी गई है, जब कोई मरीज आएगा तो उसका ताला खोल दिया जाएगा। वार्ड में आने वाले मरीजों का उपचार कौन डाक्टर करेगा और इसकी देखरेख की जिम्मेदारी किसी को भी सौंपी नहीं गई है। फिजीशियन की कमी आएगी आड़े: जिला अस्पताल में पिछले नौ सालों से फिजीशियन नहीं हैं। मरीजों के इलाज के लिए फिजीशियन के साथ जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ, पैथालाजिस्ट और लैब टेक्नीशियन की टीम बनाई गई है, लेकिन फिजीशियन की कमी मरीजों के इलाज में आड़े आएगी।
किट से लेकर दवाएं हैं उपलब्ध : स्वाइन फ्लू वार्ड में मरीजों को दी जाने वाली दवाएं उपलब्ध हैं और इसके साथ ही जांच के लिए किट भी मौजूद हैं। किसी भी मरीज में स्वाइन फ्लू की आशंका होने पर उनके खून की जांच के लिए सैंपल निकाल कर लखनऊ भेजा जाएगा और स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने पर उपचार शुरू हो जाएगा।