Move to Jagran APP

सम्मान के साथ सैनिक को दी गई अंतिम विदाई

द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग द्यड्डह्यह्ल ह्मद्बह्लद्ग

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 10:10 PM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 10:10 PM (IST)
सम्मान के साथ सैनिक को दी गई अंतिम विदाई
सम्मान के साथ सैनिक को दी गई अंतिम विदाई

शाहाबाद : सैनिक का शव शनिवार की जैसे ही मुहल्ला सैय्यदबाड़ा पैतृक आवास पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया। आसपास के लोग भी एकत्र हो गए और सभी की आंखें नम हो गई। रविवार को नर्मदा श्मशान घाट पर सम्मान के साथ सैनिक का अंतिम संस्कार हुआ। सूबेदार जेके मौर्या के नेतृत्व में आए सेना के जवानों ने सैनिक को सलामी देते हुए नम आंखों से विदाई दी। भाई ने शव को मुखाग्नि दी।

loksabha election banner

कस्बे के मुहल्ला सैय्यद बाड़ा निवासी मिथिलेश राजपूत की बीमारी के चलते कोलकाता के सेना के अस्पताल में गुरुवार की रात मौत हो गई थी। शुक्रवार सुबह सैनिक के परिवार वालों को सूचना दी गई थी। शनिवार को आधी रात उनका शव पैतृक आवास आया तो घर और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिवार वालों ने बताया कि मिथिलेश 2003 में भारतीय सेना में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। सेवा काल में उन्हें तीन बार प्रमोशन मिला। इस समय मिथिलेश हवलदार के पद पर असम में तैनात थे। उनका विवाह फर्रुखाबाद में हुआ था। उनके परिवार में पत्नी नीरज और 2 पुत्रियां खुशी 10 वर्ष व ईशु 7 वर्ष हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.