कम पानी में किसानी का ट्रंप कार्ड बनेगा जल कार्ड
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हरदोई : किसानों को मृदा कार्ड की भांति अब जल कार्ड भी जारी किए जाएंगे। इससे उन्हें भूजल दोहन के दुष्परिणामों के साथ ही कम सिचाई में अधिक उपज देने वाली फसलों की जानकारी दी जाएगी। मनरेगा ग्राम योजना के तहत कृषि एवं उद्यान विभाग के समन्वय से ये कार्ड किसानों को दिए जाएंगे।
केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं जलशक्ति मंत्रालय ने खेतीबाड़ी में पानी के कम उपयोग, अधिक उपज की रणनीति बनाई है। ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने हरदोई समेत सभी जिलों के अधिकारियों को जारी आदेश में किसानों को जल कार्ड जारी किए जाने की व्यवस्था प्रभावी बनाने को कहा है। मनरेगा ग्राम योजना में प्रत्येक विकास खंड में चयनित होने वाली दो-दो ग्राम पंचायतों में प्राथमिकता पर किसानों को जल कार्ड जारी किए जाएंगे। जल कार्ड के साथ ही किसानों को कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से मिक्स क्रॉपिग एवं समन्वित खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा। कार्यशाला आदि के माध्यम से मृदा संरक्षण के टिप्स भी दिए जाएंगे। फल एवं सब्जी को बढ़ावा देने के लिए प्रसंस्करण एवं भंडारण की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई जाएगी। एसएचजी को भी मिलेगा काम : जल संरक्षण के लिए शुरू किए जाने वाले कार्य में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत गठित एसएचजी (स्वयं सहायता समूह) की महिलाओं को भी काम मिलेगा। उन्नत किस्म के बीज उत्पादन से संबंधित क्रियाकलापों में एसएचजी की महिलाओं को जोड़ा जाएगा और उन्हीं के माध्यम से कराया जाएगा। वर्जन-
सभी संबंधित अधिकारियों को कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के साथ समन्वय बनाने को कहा गया है, जिससे सभी किसानों को जल कार्ड जारी हो सकें और भू-गर्भ जल दोहन को बचाया जा सके।
-निधि गुप्ता वत्स, सीडीओ