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श्रमिक व खराब वित्तीय हालत उद्योग शुरू करने में रोड़ा

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By JagranEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 10:48 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 10:48 PM (IST)
श्रमिक व खराब वित्तीय हालत उद्योग शुरू करने में रोड़ा
श्रमिक व खराब वित्तीय हालत उद्योग शुरू करने में रोड़ा

संडीला : लॉकडाउन होने से श्रमिक पलायन कर गए हैं। जिसका उद्योगों पर दुष्प्रभाव पड़ा है। श्रमिकों की कमी और वित्तीय हालत उद्योग संचालन में बाधक बन रहे हैं। श्रमिकों की कमी के साथ ही कच्चे माल, ट्रांसपोर्टेशन और बाजार में फंसा बकाया भी उद्यमियों को उद्योग शुरू करने में समस्या बन रहा है। कुशल श्रमिकों के पलायन कर जाने से फैक्ट्री बंद पड़ी है। स्थानीय श्रमिक अकुशल होने कारण काम नहीं कर पा रहे हैं।

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श्रमिकों के पलायन के कारण हमारी फैक्ट्री अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। दूसरी ओर लॉकडाउन के कारण फैक्ट्री बंद रही उत्पादन नहीं हुआ। जो तैयार माल था, वह भी बाजार में जा नहीं पाया है। जिससे वित्तीय हालत बहुत खराब हो चुके हैं। श्रमिक भी एडवांस पैसा लेकर काम पर आने की बात कह रहे हैं। इन समस्याओं के कारण अभी हमारी इंडस्ट्री शुरू नहीं हो पाई है। राज्य सरकार को बंद पड़े उद्योगों को चलाने के लिए कोई ठोस कदम उठाने चाहिए।

प्रीति देवी पेपर स्टीकर प्रिटिग प्रेस का कारखाना लगाने का कार्य शुरू किया था। बाउंड्रीवॉल से लेकर अंदर भवन आदि का काम शुरू हो पाया था। तभी लॉकडाउन हो गया और सारा काम ठप हो गया। लॉकडाउन के कारण न सामान आ पाया और न मजदूर मिल सके। वैसे इन दिनों व स्टीकर के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं।

मो. अलीम श्रमिकों के साथ ही कच्चा माल भी मिलने में परेशानी हो रही है। फारवर्डिंग एजेंसियों से भी श्रमिक गायब हैं। इससे भी समस्या आ रही है। इसके अलावा फैक्ट्री शुरू करने से पहले सरकार की गाइड लाइन के अनुसार परिसर को सैनिटाइज कराना, श्रमिकों का कोरोना परीक्षण आदि भी करना है। जो छोटे उद्यमियों के लिए कठिन कार्य है।

मो. रजा अंसारी फेज टू में डिस्पोजल सामान बनाने की फैक्ट्री प्रस्तावित है। लॉकडाउन हो जाने के कारण बीच में ही काम बंद हो गया। दमकल व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में उन्होंने अनापत्ति प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर लिया, लेकिन मशीनें आदि न आ पाने के कारण व्यवधान पड़ गया। अब वह पुन: मशीनें आदि सामान मंगाने का प्रयास करेंगे।

शुभम


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