सेहतमंद शिशु के लिए भरपूर नींद जरूरी
द्धद्गड्डद्यह्लद्ध द्बह्यह्यह्वद्गह्य द्धद्गड्डद्यह्लद्ध द्बह्यह्यह्वद्गह्य द्धद्गड्डद्यह्लद्ध द्बह्यह्यह्वद्गह्य द्धद्गड्डद्यह्लद्ध द्बह्यह्यह्वद्गह्य द्धद्गड्डद्यह्लद्ध द्बह्यह्यह्वद्गह्य द्धद्गड्डद्यह्लद्ध द्बह्यह्यह्वद्गह्य द्धद्गड्डद्यह्लद्ध द्बह्यह्यह्वद्गह्य द्धद्गड्डद्यह्लद्ध द्बह्यह्यह्वद्गह्य
हरदोई: जितनी अच्छी नींद आपके लाडले को मिलेगी, उतना ही वह स्वस्थ रहेगा। भरपूर और सुकून भरी नींद के लिए जरूरी है कि बच्चों को रात में होने वाले गीलेपन से छुटकारा मिले। ध्यान रहे कि इसके अलावा बच्चे को भूख एवं अन्य समस्याएं भी नहीं होनी चाहिए। इसका ख्याल उनकी माताओं को रखना जरूरी है। यह बातें दैनिक जागरण और पैंपर्स की तरफ से रसखान प्रेक्षागृह में शनिवार को आयोजित शिशु स्वास्थ्य शाला में वक्ताओं ने कही। इसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने माताओं को बच्चों की सेहत और देखभाल के टिप्स भी दिए।
विधायक रजनी तिवारी, जिलाधिकारी पुलकित खरे, सीडीओ निधि गुप्ता वत्स ने कार्यशाला की शुरुआत की। सीडीओ ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के लिए उनका चैन से सोना जरूरी है। महिलाओं को चाहिए कि बच्चों के साथ ही वह अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि सेहतमंद बच्चे ही देश का भविष्य हैं। महिलाओं को बच्चों के स्वास्थ्य के साथ ही स्वच्छता पर भी ध्यान देना जरूरी है। डीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश में स्वच्छता की अलग जगाई है। यह केवल देश की ही स्वच्छता का ही नहीं, खुद की स्वच्छता का भी कार्यक्रम है। जब सभी स्वच्छ और स्वस्थ रहेंगे तो देश विकास करेगा। विधायक रजनी तिवारी ने कहा हर मां को पता है कि उसके बच्चे के लिए क्या जरूरी है, लेकिन फिर भी बदलते परिवेश में तकनीकी ज्ञान होना जरूरी है। उन्होंने दैनिक जागरण और पैंपर्स कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से काफी कुछ जानकारी मिलती है। कार्यक्रम को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर एसके रावत ने भी संबोधित किया। सेवानिवृत्त मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.वीके गुप्ता ने बच्चों के स्वास्थ्य के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि पैंपर्स बच्चों के लिए सौगात है। समाजसेविका शिल्पी पांडे, अनीता पांडेय ने भी बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य की जानकारी दी। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.अमरजीत आजमानी ने बच्चों के संबंध में माताओं को बारीकी से जानकारियां दीं।
माताओं ने पूछे सवाल
-कम सोने का सेहत पर क्या असर पड़ता है--प्रीती
एक साल से बच्चे को 24 घंटे में 11 से 12 घंटे नींद बेहतर स्वास्थ्य व शारीरिक विकास के लिए जरूरी है। --गीलेपन से बच्चे की नींद में क्या खलल पड़ता है--रोली गुप्ता
बच्चे को सोते समय गीलेपन से कई तरह की दिक्कत हो सकती हैं। उसकी नींद खराब होगी, देर तक गीली जगह पर लेटे रहने से ठंड लग सकती है। देर तक डायपर पहनाने से क्या रैशेस पड़ सकते हैं---रीता
--अब बेबी डायपर आ रहे हैं। उसमें गीलेपन को सोखने की अधिक क्षमता है। इससे बच्चे की त्वचा पर रैशेस नहीं पड़ते हैं। -पैंपर्स पैड्स किस तरह से बच्चों के लिए बेहतर है।--अमिता सिंह
--यह एक मात्र डायपर है जिसमें एयर चैनल टेक्लोलॉजी है। यह तकनीक डायपर को सूखा और हवादार रखने में मदद करती है। इसमें मैजिक जेल टेक्नोलॉजी है जो गीलेपन को अच्छी तरीके से सोखती है। इससे बच्चा खुश रहता है।