अल्ट्रासाउंड व एक्सरे के लिए परेशान रहते मरीज
संडीला सीएचसी पर दो दो एक्सरे टेक्नीशियन पर नहीं है मशीन गर्भवती महिलाओं को जांच कराने के लिए उठानी होती परेशानी
संडीला: सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की बात तो कही जा रही है, लेकिन संसाधनों के अभाव में दावा बेमानी लगता है। हरदोई और लखनऊ के मध्य में पड़ने वाले औद्योगिक क्षेत्र संडीला की सीएचसी में एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीन तक नहीं है। एक्स-रे टेक्नीशियन तो तैनात हैं, लेकिन मशीन के अभाव में या मरीजों को हरदोई भागना पड़ता है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संडीला में चिकित्सकों और दवाओं की कमी तो नहीं है, लेकिन अल्ट्रासाउंड और एक्सरे जैसी महत्वपूर्ण सुविधा नहीं है। सरकार गर्भवती महिलाओं की जांच पर जोर तो दे रही है, लेकिन अल्ट्रासाउंड न होने से या तो निजी अस्पतालों में जाना पड़ता है या फिर सीएचसी से भेजे जाने वाले सेंटर पर लाइन लगानी पड़ती है। यही हाल एक्सरे का है।
अधीक्षक डॉ. मसूद आलम ने बताया कि केंद्र पर अल्ट्रासाउंड व एक्स रे की सुविधा न होने के कारण आने वाले रोगियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। केंद्र पर एक्स-रे टेक्नीशियन के रूप में दिनेश कुमार सिंह व अंबरीश कुमार तथा डार्क रूम में बालेंद्र कुमार की तैनाती है। तीन-तीन कर्मचारियों का हर माह वेतन तो दिया जाता है, लेकिन एक्सरे मशीन लगाने के बारे में कभी नहीं सोचा गया।
नागरिक बोले
24 एचआरडी 04
-अगर किसी को जरा सी भी चोट लग जाए तो एक्सरे के लिए हरदोई या फिर लखनऊ भागना पड़ता है। कहने को तो सीएचसी एफआरयू बना दी गई है पर मूलभूत सुविधा तक नहीं है।
--नीरज कुमार 24 एचआरडी 05
--सीएचसी में दवाएं तो मिल जाती हैं, लेकिन सबसे जरूरी जांच होती है, अब पहले अस्पताल में दिखाने आओ और एक्स-रे कराना हो तो उसके लिए बाहर जाओ और फिर अस्पताल आओ।
--अरुण कुमार 24 एचआरडी 06
-अल्ट्रासाउंड न होने से सबसे ज्यादा परेशान गर्भवती महिलाओं को होती है। घरवाले उन्हें लिए घूमते रहते हैं। आज से नहीं शुरू से यह समस्या चली आ रही है। दावे तो बहुत किए गए पर आज तक अल्ट्रसाउंड मशीन नहीं लग सकी।
---दिवाकर अवस्थी 24 एचआरडी 07
--सीएचसी पर पेयजल की सुविधा पर ध्यान देने की जरूरत है। सरकार अगर जच्चा-बच्चा की सुरक्षा चाहती है तो सबसे पहले अल्ट्रासाउंड मशीन का इंतजाम करे।
--राजेश कुमार