जिले को सुपोषित बनाने के लिए विभाग तय करेंगे लक्ष्य
हरदोई : जिले को सुपोषित बनाए जाने के लिए अब शासन नहीं, बल्कि विभागों को खुद ही लक्ष्य तय कर
हरदोई : जिले को सुपोषित बनाए जाने के लिए अब शासन नहीं, बल्कि विभागों को खुद ही लक्ष्य तय करने होंगे, ताकि लक्ष्य पूर्ति के समय विभागों की ओर से बहानेबाजी न की जा सके। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने इसके लिए अन्य विभागों को भी जोड़ा है। सभी विभागों को आगामी वित्तीय वर्ष के लिए अभी से कार्ययोजना तैयार कराने की जिम्मेदारी दी गई है।
कुपोषण के डंक को समाप्त करने के लिए केंद्र, राज्य सरकारें ¨चतित एवं संवेदनशील हैं। केंद्रीय पोषण मिशन की ओर से सुपोषण अभियान दिया गया है। अभियान में 5 साल तक आयु के अति कुपोषित श्रेणी में चिह्नित बच्चों के साथ ही गर्भवती, धात्री महिलाओं एवं किशोरियों को भी शामिल किया गया है। गर्भ से ही कुपोषण के खात्मा के लिए आगामी वित्तीय वर्ष से बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के साथ अन्य विभागों को भी लक्ष्य एवं पूर्ति के लिए जुटना होगा।
सीडीओ आनंद कुमार ने बताया कि जिले को सुपोषित बनाने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों, सीडीपीओ एवं डीपीओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। विभागों को स्वयं लक्ष्य तय करना है और उसकी पूर्ति की भी मासिक, त्रैमासिक कार्ययोजना देनी होगी। यह विभाग तैयार कराएंगे कार्ययोजना : जिले को सुपोषित बनाए जाने के लिए बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के साथ ही स्वच्छता, स्वास्थ्य, खाद्यान्न, रोजगार पर विशेष जोर दिया गया है। सीडीओ ने बताया कि बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से नियमित पोषक आहार वितरण, घर-घर भ्रमण और जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। स्वच्छता एवं परिवार को इज्जतघर की उपलब्धता के लिए पंचायतीराज, खाद्यान्न की गारंटी के लिए आपूर्ति विभाग, नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, आयरन टेबलेट, टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग, रोजगार, आवास के लिए ग्राम्य विकास में मनरेगा से कार्ययोजना तैयार कराई जाएगी।