राजनीतिक दल विकास के वादे नहीं, पक्के करें इरादे
हरदोई चुनावी सरगर्मी के बीच चर्चाएं छिड़ी हैं वैसे तो सरकार के गठन में सभी बढ़चढ़ कर रुचि ले रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा युवा वर्ग को उम्मीदें हैं।
हरदोई : चुनावी सरगर्मी के बीच चर्चाएं छिड़ी हैं, वैसे तो सरकार के गठन में सभी बढ़चढ़ कर रुचि ले रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा युवा वर्ग को उम्मीदें हैं। वो शिक्षा और रोजगार देने वाली सरकार चाहते हैं। छात्राओं का कहना है कि उन्हें तकनीकी शिक्षा मिले। रोजगार के साधन बढ़े और हरदोई में भी कालेज संस्थान खोले जाएं। छात्राओं का कहना है कि वादे नहीं इरादे पक्का करें।
सुरसा मार्ग पर स्थित मलिहामऊ महाविद्यालय के बरामदे में छात्राएं खड़ी मिलीं। वैसे तो वह सभी कक्षाओं और आयु वर्ग की थी लेकिन सभी के वोट हैं और वह देश में ऐसी सरकार चाहती हैं जोकि शिक्षा और रोजगार दे सके। नमिता सिंह का कहना है कि वादे और इरादों में अंतर होता है। जब इरादा पक्का होता तो लक्ष्य मिल जाता। राजनीतिक दलों को चाहिए कि वह इरादे पक्के करें। शिमोनी पुरी छात्राओं की तकनीकी शिक्षा पर जोर दे रही हैं। अदिति का कहना है कि हरदोई में शिक्षा का विकास हो। आकांक्षा तिवारी देश में मजबूत सरकार चाहती हैं। प्रीती गुप्ता कहती हैं कि सर्व समाज का विकास हो। हर छात्रा के अपने अपने मत और विचार हैं। छात्राओं में अनन्या बाजपेई, दिव्या यादव, अनीता सिंह, शिवानी कुशवाहा, शालिनी, प्रतीक्षा मिश्रा, ज्योति सिंह, दीपिका वर्मा, निर्मला पाल, अल्पना, नमिता पाल सभी देश में सुरक्षित स्थिर और शिक्षा के साथ रोजगार देने वाली सरकार चाहती हैं।