संकटा प्रसाद एक लाख 45 हजार से तो 1495 से जीते थे गोकरन
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हरदोई: मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र से हुए 14 सांसदों में सर्वाधिक मतों से जीत का रिकार्ड 1984 में कांग्रेस के संकटा प्रसाद के नाम ही दर्ज है। कांग्रेस विरोधी लहर भी उनका रिकार्ड नहीं तोड़ पाई। उन्होंने एक लाख 45 हजार मतों से जीत हासिल की थी। वहीं 1998 में बसपा से सांसद रहे रामशंकर सबसे कम मात्र 1495 मतों से जीतकर सांसद बने थे। अब 2019 के चुनाव में मतदाताओं का रुझान कैसा रहता है, यह आने वाला समय ही बताएगा।
1962 से 2014 तक हुए सांसदों की जीत का रिकार्ड देखें तो 1962 में जनसंघ के गोकरन 8917 मतों से जीते थे। 1967 में कांग्रेस के संकटा प्रसाद 4934 मतों से विजयी हुए थे। 1971 में भी उनकी सीट बरकरार रही, हालांकि इस चुनाव में उन्होंने 47 हजार 579 से जीत दर्ज कराई थी। 1977 में कांग्रेस विरोधी लहर में बीएलडी से रामलाल एक लाख 12 हजार 153 मतों से जीते थे, तो 1980 के चुनाव में उनकी जीत 47 हजार 673 से रह गई। 1984 के चुनाव में कांग्रेस से संकटा प्रसाद ने ऐसा रिकार्ड बनाया जोकि अभी तक कायम है। उन्होंने एक लाख 45 हजार 279 मतों से विजयश्री हासिल की थी। 1989 में कांग्रेस से ही रामलाल सांसद बने लेकिन वह 86 हजार 391 मतों से जीते। 1991 में फिर जनता ने उन्हें मौका दिया, लेकिन इस चुनाव में उनकी जीत 19 हजार 399 पर आ गई। 1996 में बीएलडी के परमाईलाल 9215 मतों से जीतकर सांसद बने। तो 1998 में बसपा से रामशंकर सांसद तो बने लेकिन वह सबसे कम 1495 से ही जीत सके थे। 1999 में सपा की सुशीला सरोज 4209 मतों से जीतकर सांसद बनी तो 2004 में बसपा ने इस सीट पर कब्जा कर लिया। अशोक कुमार रावत 19403 मतों से जीते। 2009 के चुनाव में उन्होंने जीत बरकरार रखते हुए मतों का फीसद भी बढ़ाया और 23 हजार 292 मतों से सफल हुए थे। 2014 में भाजपा ने इस सीट पर कब्जा कर लिया और डा. अंजूबाला 87 हजार 363 मतों से विजयी हुई थीं।