हरदोई-लखनऊ रेलवे रूट पर ट्रेन से चार गैंगमैन की कटकर मौत, एईएन समेत दो निलंबित
संडीला के पास अपलाइन पर काम करते समय अकालतख्त की चपेट में आने से हुआ हादसा। पुलिस और अन्य अधिकारी मौके पर।
हरदोई, (जेएनएन)। हरदोई-लखनऊ रेल मार्ग पर सोमवार दोपहर संडीला व उमरताली रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर काम कर रहे चार रेलकर्मियों की लखनऊ की तरफ से आ रही अकालतख्त एक्सप्रेस की चपेट में आने से मौत हो गई। मौके पर पहुंचे मृतकों के परिवारीजनों ने मौके पर डीआरएम को बुलाने की मांग करते हुए शव नहीं उठाने दिए। जिसके बाद एसडीएम ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। रेलवे प्रशासन की तरफ से मृतकों के परिवारीजनों को 25-25 लाख मुआवजा व परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी का आश्वासन दिया गया है। वहीं, वहीं, डीआरएम ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करते हुए घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं, मृतक के परिवारीजनों ने रेलवे अधिकारियों के खिलाफ पुलिस में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
ये है पूरा मामला
संडीला-उमरताली रेलवे स्टेशन के मध्य रेलवे ट्रैक पर सोमवार दोपहर गैंगमैन कौशलेंद्र (25) पुत्र ब्रजमोहन निवासी बरहस, राजेंद्र पुत्र प्रभुदयाल व राजेश(28) पुत्र दयाराम निवासी भिठौली और रामस्वरूप(59) निवासी महसोना रेलवे ट्रैक पर कार्य कर रहे थे। करीब 11.45 बजे चारों गैंगमैन ट्रैक के बोल्ट को टाइट कर रहे थे, तभी लखनऊ की तरफ से 12317 अकाल तख्त एक्सप्रेस आ गई। जिसकी चपेट में आने से चारों गैंगमैनों की मौत हो गई। घटना के तत्काल बाद डाउन लाइन से गुजरी 1150 किसान एक्सप्रेस के गार्ड ने संडीला रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर हादसे की जानकारी दी। जिसके बाद जीआरपी, आरपीएफ व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं, मौके पर पहुंचे परिजनों ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई व डीआरएम को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए।
तीन अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
मौके पर पहुंचे संडीला उप जिलाधिकारी उदयभान ङ्क्षसह ने बताया कि डीआरएम की तरफ से इस मामले में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है। वहीं, मृतक रामस्वरूप के भाई रामभरोसे आदि ने एसएसई पीडब्ल्यू इंचार्ज (आइएनसी संडीला), सेक्सन पीडब्लूआइ संडीला, सहायक मंडल अभियंता प्रथम हरदोई एवं मंडल रेल प्रबंधक मुरादाबाद के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। कोतवाल जगदीश ने बताया कि पुलिस तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।
एईएन समेत दो निलंबित
वहीं, मामले में रेलवे ने प्रथमदृष्टया दोषी मानते हुए सहायक अभियंता (एईएन) हरदोई सुनील कुमार और सीनियर सेक्शन इंजीनियर राम संजीवन को निलंबित कर दिया है। मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल ने बताया कि बिना अनुमति के रेल लाइन पर काम किया जा रहा था। घटना के समय सीनियर सेक्शन भी उपस्थित नहीं थे। घटना की सूचना मिलते ही अपर मंडल रेल प्रबंधक शरद श्रीवास्तव अन्य अधिकारियों के साथ संडीला के लिए रवाना हो गए। घटना के बाद अकाल तख्त एक्सप्रेस को बालामऊ स्टेशन पर रोक कर चालक बीएस मीना और गार्ड पीके शर्मा के बयान दर्ज किए गए।
ट्रेड यूनियन ने दी चेतावनी
संडीला की घटना के बाद नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के अध्यक्ष रोहित कुमार बाली और मंडल मंत्री राजेश चौबे ने डीआरएम से मुलाकात कर इंजीनियङ्क्षरग विभाग की घोर लापरवाही पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस मुद्दे पर आंदोलन की चेतावनी दी। डीआरएम ने पदाधिकारियों को शांत कराया और कहा कि घटना की जांच की रिपोर्ट आने पर दोषी के खिलाफ सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के अध्यक्ष मनोज शर्मा ने कहा कि इस मामले को लेकर उरमू शीघ्र आंदोलन करेगी।
तो पलट सकती थी ट्रेन
गैंग मैन कर्मियों का कहना है कि मशीन से बोल्ट कसे जा रहे थे। उनका कहना है कि वह तो गनीमत रही कि चार कस गए अगर न कसे होते तो ट्रेन पलट भी सकती थी।
ज्ञात हो की अमृतसर में रावण दहन के दौरान ट्रेन से कटकर 61 लोगों की मौत हो गई और सैंकड़ों लोग घायल हुए थे। घटना के लिए अब तक कोई खास कार्रवाई नहीं की गई है। न ही किसी पर जिम्मेवारी तय हुई, हर कोई अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने में लगा है।