पर्यावरण संरक्षण के साथ जल संरक्षण करेगा वन विभाग
वैसे तो प्रदेश में और जिले में हरियाली का मानक अनुरूप अनुपात नहीं है।
हरदोई : वैसे तो प्रदेश में और जिले में हरियाली का मानक अनुरूप अनुपात नहीं है, लेकिन अब वन विभाग ने पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण के साथ ही तालाबों को पुनर्जीवन देने का काम शुरू किया है। तालाबों के जीर्णोद्धार से जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण को एक साथ बढ़ावा दिया जा सकेगा। वन विभाग ने विभागीय भूमि पर स्थिति तालाबों को पुनर्जीवन देने की कार्ययोजना ग्राम्य विकास विभाग के समन्वय से बनाई है। प्रारंभिक चरण में विभाग ने 89 तालाबों को पुनर्जीवित करने की कार्ययोजना प्रस्तावित की, जिसे ग्राम्य विकास विभाग ने स्वीकृति भी दे दी है। अपर जिला कार्यक्रम समन्वयक सीडीओ निधि गुप्ता वत्स का कहना है कि इससे प्रवासी श्रमिकों को गांवों में ही रोजगार उपलब्ध हो सकेगा और वन विभाग के तालाबों का कायाकल्प हो जाएगा। स्वीकृति के साथ कार्य भी प्रारंभ करा दिया गया है। जल्द ही तालाबों में बारिश की एक-एक बूंद को सहेजकर भू-गर्भ जलस्तर रिचार्ज को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
क्षेत्रीय वनाधिकारी रत्नेश श्रीवास्तव का कहना है कि तालाबों की खोदाई से निकली मिट्टी से मेड़ बनवाई जाएगी। मेड़ की मिट्टी का कटान न होने पाए इसके लिए बीज बोवाई कर पौधों का उगान कराया जाएगा। जिससे पौधरोपण पर आने वाली लागत को कम हो जाएगी और यह पौधे मिट्टी कटान रोकने कारगार साबित होंगे। बताया कि तालाबों की मेड़ पर जंगली बबूल और औषधीय पौधों की बीज बोवाई कराई जाएगी। तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू करा दिया गया है। इनसेट 17168100 रुपये कुल अनुमानित व्यय होगा
15456096 रुपये से सृजित होगा रोजगार 1712004 रुपये से क्रय होगी सामग्री
76896 दिन श्रमिकों को दिया जाएगा रोजगार