अभिलेखों में उलझकर रह गई फीस वसूली की जांच
- अधिकतर कांवेंट स्कूलों खों के संबंध में डीएम को जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
हरदोई : कांवेंट स्कूलों द्वारा अभिभावकों से वसूल की जा रही मनमानी फीस पर अंकुश लगाने की कवायद को झटका लगा है। अधिकतर कांवेंट स्कूलों ने निर्धारित प्रारूप पर फीस वसूली की रिपोर्ट नहीं दी है। जो फीस से संबंधित जानकारी टीम को दी गई है, वह आधी अधूरी है। वरिष्ठ कोषाधिकारी का कहना है कि स्कूलों द्वारा मुहैया कराए गए अभिलेखों के संबंध में डीएम को जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
पिछले दिनों अभिभावकों ने कांवेंट स्कूलों के संचालकों पर मनमानी फीस वसूलने व वृद्धि करने का आरोप लगाया था। इस पर जिलाधिकारी पुलकित खरे ने गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ कोषाधिकारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम गठित की। टीम में सीए के अलावा वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा विभाग व डीआइओएस कार्यालय के दो लेखाकार को शामिल किया गया। आडिट टीम ने 13 स्कूलों से निर्धारित प्रारूप पर पिछले पांच वर्षों में वसूल की गई फीस की जानकारी मांगी। सूत्रों का कहना है कि पांच स्कूलों को छोड़कर अन्य स्कूलों के संचालकों ने फीस वसूली से जुड़ी सही जानकारी उपलब्ध नहीं कराई। अधिकांश स्कूलों के संचालकों ने फीस वसूली में बच्चों के रहने व अन्य खर्चों जोड़कर जानकारी उपलब्ध कराई। वरिष्ठ कोषाधिकारी कोषागार कंचन भारती ने बताया कि फीस वसूली की जांच चल रही है, जल्द ही रिपोर्ट डीएम को प्रस्तुत की जाएगी। गड़बड़ी सामने आने पर जिलाधिकारी स्तर से स्कूल संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।