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बुखार से 110 दिनों में 71 मरीजों ने तोड़ा दम

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By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 11:00 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 06:18 AM (IST)
बुखार से 110 दिनों में 71 मरीजों ने तोड़ा दम
बुखार से 110 दिनों में 71 मरीजों ने तोड़ा दम

हरदोई : बुखार हर साल जानलेवा होता है। बीते साल में एक सैकड़ा से अधिक मरीजों की बुखार से मौत हुई थी। इस साल अस्पताल में तीन माह 18 दिनों में 71 मरीजों ने बुखार से दम तोड़ दिया। यह तो अस्पताल में आए मरीजों की संख्या है इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में तीन दर्जन से अधिक मरीजों की मौत हुई। जिसकी स्वास्थ्य महकमे के पास कोई जानकारी नहीं है। बारिश के साथ ही संक्रामक बीमारियां शुरू हो जाती है। जिसमें जिले में सबसे अधिक बुखार का प्रकोप रहता है। स्वास्थ्य महकमा और प्रशासन गंभीर हो जाए तो संक्रामक बीमारियों पर लगाम लगाई जा सकती है, लेकिन ऐसा नहीं होता है और बुखार जानलेवा बन जाता है। जुलाई से अब तक दो सैकड़ा से अधिक मरीज जिला अस्पताल में भर्ती किए गए, जिनमें 71 मरीजों ने इलाज के दौरान जिला अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। इसके अलावा एक दर्जन से अधिक मरीज ऐसे थे, जिन्हें अस्पताल लाया गया और डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। जिसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में इलाज के दौरान बुखार से लोगों की मौत होती रही, लेकिन इनकी भी जानकारी किसी के पास नहीं है। हर साल संक्रामक बीमारियों से मरीजों की मौत होती रहती हैं और स्वास्थ्य महकमा इस ओर ध्यान नहीं देता है। मरीज बीमार की चपेट में आते हैं और इसके बाद दम तोड़ देते हैं। इस संबंध में सीएमओ डा. एसके रावत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में जा रही है और मरीजों की जांच के साथ इलाज भी किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं होती सफाई : हर गांव में साफ-सफाई के लिए कर्मचारी की तैनाती है, लेकिन कर्मचारी गांव में जाकर सफाई नहीं करते हैं। जिससे गंदगी एकत्र होकर बीमारियां फैलाने लगती है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाने का प्रयास नहीं करती है। दवाओं का छिड़काव करने और लोगों की जांच करने का प्रयास नहीं करती है। माह मौत

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