मिड डे मील में बच्चे जल्द ही ले सकेंगे ताजी-हरी सब्जियों का जायका
मिड डे मील में बच्चें जल्बन जाएगा तो उसका प्रयोग खेती के लिए किया जाएगा।
हरदोई : मिड डे मील में बच्चे जल्द ही ताजी हरी सब्जियों का जायका ले सकेंगे, जबकि अभी तक सिर्फ आलू और सोयाबीन ही परोसा जा रहा है। क्लाइमेट सेल की पहल से जल्द ही मिड डे मील में लौकी, करेला, भिडी, गाजर, मूली, पालक, टिडा, टमाटर, तोरई आदि हरि सब्जियां मिलेंगी। वह भी स्कूल में उगाई जाएंगी। इसके लिए विद्यालयों में आर्गेनिक गार्डन बनाएं जाएंगे। स्कूल में आर्गेनिक खेती हो सके इसके लिए स्कूल में ही कम्पोस्ट पिट भी बनाएं जाएंगे। जिसमें बच्चों द्वारा अवशेष भोजन डाला जाएगा और जब वह खाद बन जाएगा तो उसका प्रयोग खेती के लिए किया जाएगा।
जिले 2833 प्राथमिक और 1025 जूनियर हाई स्कूल और 71 इंटर कालेजों में कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को पका पकाया भोजन मिड डे मील योजना के तहत उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में आपद प्रबंधन विभाग के तहत आने वाले क्लाइमेट सेल की पहल पर परिषदीय विद्यालयों में आर्गेनिक गार्डन बनाया जाएगा। इसके लिए स्कूल के शिक्षकों और प्रधान व सभासद को प्रशिक्षण दिया जाएगा। वर्तमान में विद्यार्थी मिड डे मील खाने में कम रुचि दिखाते हैं। लेकिन जब ताजी सब्जियां मिलेंगी तो उनकी खाने में रुचि बढ़ेगी और उनका सेहत पर भी बेहतर असर पड़ेगा। साथ ही बच्चों द्वारा गिराया गया भोजन भी बेकार नहीं जाएगा और उससे कम्पोस्ट पिट में डालकर खाद तैयार की जाएगी। इससे सब्जियों में जैविक खाद का प्रयोग होने से बच्चों की सेहत पर भी प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा। इससे पर्यावरण में सुधरेगा साथ ही विद्यालय का परिवेश भी बेहतर होगा।