किसानों की आय बढ़ाने पर दिया जोर
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शाहाबाद : डीसीएम श्रीराम लोनी चीनी मिल में आयोजित कृषि यंत्र मेला एवं कृषक गोष्ठी में चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास और आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने कहा पिछले 2 वर्षों में प्रदेश सरकार ने गन्ना मूल्य भुगतान के मद में सबसे अधिक भुगतान किया है। जिससे किसानों ने गन्ने की ज्यादा फसल लगाई है।
उन्होंने बताया उत्तर प्रदेश में पिराई सत्र 2018-19 में अधिकतम चीनी परता 14.48 फीसद और उत्पादकता 80.5 टन प्रति हेक्टेयर प्राप्त की है। प्रमुख सचिव ने किसानों की आय बढ़ाने और यांत्रिक कृषि को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा लागत को कम करने में यंत्रीकरण के अलावा अंतत: फसली को भी जरूरी बताया। चीनी मिल समूह के अधिशासी निदेशक आरएल टामक ने गन्ने की खेती में मशीनीकरण की सुगमता के बारे में विस्तार से किसानों को समझाया और भूमि की गिरती सेहत पर चिता व्यक्त करते हुए किसानों से जैविक खाद का अधिक प्रयोग करने पर बल दिया। चीनी मिल के इकाई प्रमुख पंकज सिंह ने बताया जमीन को हानिकारक पेस्टीसाइड से छुटकारा देने के लिए बड़े पैमाने पर जैविक खाद और कीटनाशक दवाओं का वितरण चीनी मिल द्वारा किया गया है और पानी बचाने की मुहिम के तहत विभिन्न शस्य क्रियाएं अपनाकर मिल द्वारा पिछले 3 वर्षों में दो से 75 बिलियन लीटर पानी की बचत की है। उत्तर प्रदेश गन्ना किसान संस्थान शाहजहांपुर के सहायक निदेशक डॉ. पीके कपिल ने गन्ने की आधुनिक खेती के बारे में किसानों को उपयोगी जानकारी दी। संयुक्त गन्ना आयुक्त वाईएस मलिक, उप गन्ना आयुक्त सत्येंद्र सिंह, जिला गन्ना अधिकारी सनाआफरीन, जिला आबकारी अधिकारी रविशंकर, कुलदीप सिंह, प्रदीप त्यागी, राजा श्रीवास्तव, पीके सिंह आदि मौजूद रहे।