कर्ज से परेशान किसान ने दी जान
भैंस पालन के लिए लिया था 50 हजार रुपये का कर्ज पत्नी बोली धान भी सस्ता बिकने से रहते थे परेशान
हरदोई: आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान एक किसान ने जान दे दी। सोमवार की देर शाम उसका खेत में एक पेड़ से शव लटकता मिला। मृतक की पत्नी का कहना है कि भैंस के लिए कर्ज लिया था, उसकी आरसी जारी हो गई थी। उसी से परेशान थे। कोतवाल ने बताया कि स्वजन ने लिखित तो नहीं दिया लेकिन आर्थिक तंगी जरूर थी।
ग्राम अर्सेनी निवासी राकेश कुमार त्रिपाठी किसानी करते थे। स्वजन ने बताया कि धान की फसल की रखवाली करने के लिए खेत पर रहते थे। सोमवार की देर शाम को पुत्र चंदन खेत पर खाना लेकर गया तो पिता खेत में नहीं मिले। खेत के बाहर जाकर देखा तो उनका शव फंदे से लटका था। राकेश की पत्नी बबली ने बताया कि पति ने कई वर्ष पूर्व टिकारी के बैंक ऑफ इंडिया बैंक से भैंस पालन के लिए 50 हजार रुपये कर्ज लिया था। जोकि धीरे धीरे एक लाख हो गया और उसकी आरसी कट गई थी। बैंक के कर्मी आए दिन रुपये जमा करने के लिए दबाव बना रहे थे। धान सस्ता बिकने के कारण वह परेशान थे। उसी में फांसी लगाकर जान दे दी। कोतवाल अमरजीत सिंह ने बताया कि स्वजन ने तहरीर में कर्ज जैसी बात नहीं लिखी है, लेकिन जानकारी करने पर पता चला कि राकेश कर्ज से परेशान था। उसने कुछ समय पूर्व डेढ़ बीघा खेत भी बेचा था। हालांकि घरवालों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। पत्नी की विदा न होने पर दी जान
संवादसूत्र, कोथावां: बेनीगंज कोतवाली के ग्राम शुक्लापुर निवासी नरेंद्र उर्फ टीपू किसानी करता था। स्वजन ने बताया कि 31 अक्टूबर को नरेंद्र अपनी ससुराल देहात कोतवाली के ग्राम रत्तापुरवा गया था। जहां पर पत्नी की विदा को लेकर ससुरालीजनों से विवाद हो गया था। इसके बाद वह वापस आया। मंगलवार को उसका शव गांव के बाहर फंदे से लटका मिला।