पीडीएस संवर्ग डीडीओ के तबादला पर अड़ा, 15 दिन बाद कार्य बहिष्कार की चेतावनी
स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र स्त्रद्बह्यश्चह्वह्लद्ग ढ्डद्गह्ल2द्गद्गठ्ठ ढ्डस्त्रश्र
हरदोई : संडीला में डीडीओ की ओर से शुक्रवार को ब्लाक प्रमुख एवं बीडीओ के साथ अभद्रता के मामले में शनिवार को सीडीओ कार्यालय में पूरे दिन चले प्रयास विफल रहे। वहीं प्रादेशिक विकास संवर्ग जिला कार्यकारिणी की बैठक में डीडीओ को कार्यकारिणी से बाहर करते हुए तबादला पर अड़ गई है। चेतावनी दी कि 15 दिन में गैर जनपद स्थानांतरण न होने पर कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
संडीला में शुक्रवार को सोशल ऑडिट ब्लाक सभा में प्रधानों के न आने पर डीडीओ की ओर से बीडीओ एवं ब्लाक प्रमुख के साथ की गई कथित अभद्रता के विरोध में ब्लाक प्रमुख एवं प्रधान ने कार्यालय में तालाबंदी कर हंगामा काटा था। वहीं शनिवार को सीडीओ निधि गुप्ता वत्स ने अपने कार्यालय कक्ष में डीडीओ, सोशल ऑडिट एवं अन्य कर्मचारियों से घटना के संबंध में जानकारी ली। डीडीओ ने अपना पक्ष रखा, तो संडीला बीडीओ ने खुलकर डीडीओ पर अभद्रता का आरोप लगाया। वहीं सीडीओ के समक्ष मामला न सुलटने पर पीडीएस संवर्ग की कार्यकारिणी की रिषिपाल सिंह, विद्याशंकर कटियार, राम समोखन सिंह, पीएस चंद्रौल, विपिन चौधरी, संध्यारानी आदि ने बैठक में डीडीओ के कार्य व्यवहार के निदा की और सर्वसम्मत से निर्णय लिया कि डीडीओ आरआर मिश्रा को कार्यकारिणी से बाहर किया जाए। दिवंगत बीडीओ मोहम्मद फारूख के सभी देयक का भुगतान जल्द कराया जाए। डीडीओ के 15 दिन में स्थानांतरण की मांग के संबंध में सीडीओ को पत्र दिए जाने के साथ ही निर्णय लिया कि ऐसा न होने पर कार्यबहिष्कार किया जाएगा। और जब संडीला बीडीओ रो पड़े : सीडीओ कार्यालय कक्ष में संडीला बीडीओ शुक्रवार की घटना की जानकारी देते-देते रो पड़े। कहा कि मातहतों के सामने डीडीओ की ओर से की गई बेइज्जती को वह बर्दाश्त नहीं कर सके और तबियत बिगड़ गई थी, यदि कोई अनहोनी हो जाती तो परिवार का साथ देने के लिए कोई भी सामने नहीं आता।