डीडीओ, ब्लाक प्रमुख के बीच विवाद, बेहोश होकर गिरे बीडीओ
संडीला ब्लाक में बैठक के दौरान जिला विकास अधिकारी व ब्लाक प्रमुख के बीच विवाद हो गया। डीडीओ ने ब्लॉक प्रमुख से नेतागिरी करने की बात कहते हुए बैठक से बाहर जाने के लिए कहा। इसके बाद हंगामा होने लगा। ब्लाक प्रमुख का आरोप है कि डीडीओ ने उनसे अभद्रता की। डीडीओ तो मौके से चले गए लेकिन कर्मचारियों ने हंगामा करते हुए कार्यालय में ताला डाल दिया। कर्मचारियों का कहना है कि डीडीओ की अभद्रता और फटकार से बीडीओ बेहोश होकर गिर गए। इसके बाद उन्हें संडीला सीएचसी पहुंचाया गया। वहीं कर्मचारियों ने डीडीओ के माफी मांगने तक कार्यालय में तालाबंदी का ऐलान कर दिया।
हरदोई : संडीला ब्लाक में बैठक के दौरान जिला विकास अधिकारी व ब्लाक प्रमुख के बीच विवाद हो गया। डीडीओ ने ब्लॉक प्रमुख से नेतागिरी करने की बात कहते हुए बैठक से बाहर जाने के लिए कहा। इसके बाद हंगामा होने लगा। ब्लाक प्रमुख का आरोप है कि डीडीओ ने उनसे अभद्रता की। डीडीओ तो मौके से चले गए, लेकिन कर्मचारियों ने हंगामा करते हुए कार्यालय में ताला डाल दिया। कर्मचारियों का कहना है कि डीडीओ की अभद्रता और फटकार से बीडीओ बेहोश होकर गिर गए। इसके बाद उन्हें संडीला सीएचसी पहुंचाया गया। वहीं कर्मचारियों ने डीडीओ के माफी मांगने तक कार्यालय में तालाबंदी का ऐलान कर दिया।
संडीला ब्लॉक पर शुक्रवार को सभी प्रधानों को बैठक बुलाई गई थी। जिसमें डीडीओ राजितराम मिश्रा को 12 बजे पहुंचना था। ब्लॉक में सीएम द्वारा शुरु की गई कन्या सुमंगला योजना की वीडियो दिखाई जा रही थी। त्योहार के कारण अधिकतर प्रधान 01 बजे चले गए। डीडीओ ब्लॉक कार्यालय पहुंचे। जहां पर कुछ प्रधान व बीडीओ राम समोखन व कर्मचारी मौजूद थे। उसी समय ब्लॉक प्रमुख कुंवर वीरेंद्र सिंह डीडीओ से मिलने आए। एक कर्मचारी की तबियत खराब थी तो ब्लॉक प्रमुख ने दवा लेकर आने की बात कही। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार जिस पर डीडीओ ने ब्लॉक प्रमुख से बाहर जाने के लिए कहा और कहा कि वह नेतागिरी कर रहे हैं। डीडीओ ने बीडीओ को भी हड़काया, ब्लॉक प्रमुख ने अपने को अपमानित महसूस किया। जैसे ही डीडीओ बाहर आए तो सभी प्रधान व कर्मचारी नारे लगाते हुए बैठक कक्ष से बाहर आकर कार्यालय के गेट पर ताला लगाकर नारेबाजी करने लगे। सभी यह मांग कर रहे थे कि जब तक डीडीओ यहां आकर ब्लॉक प्रमुख से माफी मांगें तभी गेट का ताला खुलेगा। हंगामा हो ही रहा था, उसी बीच बीडीओ राम समोखन अचानक गश खाकर गिर पड़े। कर्मचारियों का कहना था कि डीडीओ ने उन्हें हड़काया उसी से उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। आनन फानन उन्हें सीएचसी पहुंचाया गया। वहीं डीडीओ पर आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ने तालाबंदी जारी रखने का ऐलान कर दिया। ब्लाक प्रमुख का कहना है कि डीडीओ ने बीडीओ की नौकरी चले जाने की बात कही थी, हालांकि बीडीओ ने कुछ नहीं बताया।
बोले डीडीओ :
डीडीओ आरआर मिश्रा का कहना है कि सोशल ऑडिट की ब्लाक सभा की बैठक बुलाई गई थी। एक भी प्रधान के न होने पर बीडीओ से सूचना के संबंध में जानकारी ली जा रही थी। बीडीओ से कहा कि प्रधानों के न पहुंचने की जानकारी दे देते तो ब्लॉक सभा को स्थगित कर दिया जाता, लेकिन न आना उचित नहीं है। इसी बीच ब्लॉक प्रमुख आ गए और बीडीओ एवं कर्मचारियों के संबंध में बात करने लगे। बताया गया कि ब्लॉक सभा में प्रधानों को सोशल ऑडिट में मिली कमियों की जानकारी और उन पर पक्ष रखने का मौका मिलता है। प्रधानों के पक्ष न रखने से ऑडिट में मिली कमियों एवं दुरुपयोग राशि पर कार्रवाई एवं वसूली की प्रक्रिया पूरी कराई जाती है। प्रधानों की ओर से किए जा रहे प्रदर्शन को बेबुनियाद बताया, कहा कि बीडीओ पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। चिकित्सक बोले
संडीला सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर शरद वैश्य ने बताया कि जिस समय बीडीओ को अस्पताल लाया गया। उस समय उनका ब्लड प्रेसर 196/112 था। ऐसी स्थिति में मरीज को दिल का दौरा या ब्रेन हैमरेज तक हो सकता है। बीडीओ का प्राथमिक उपचार कर उन्हें घर भेज दिया। बीडीओ बोले
बीडीओ रामसमोखन ने बताया कि अचानक उनके सीने में भारीपन महसूस हुआ और उलझन होने लगी थी। घुटन हुई और वह गिर गए। कर्मचारियों ने उनकी जान बचाई और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। हालांकि उन्होंने इस प्रकरण पर कुछ नहीं कहा और न ही कोई आरोप लगाया।