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सरकारी खरीद की बढ़ी रफ्तार, आठ लाख क्विंटल पार

नवीन गल्ला मंडी हरदोई में भी बढ़ी धान की आवक 94 क्रय केंद्र किसानों को मूल्य समर्थन योजनांतर्गत खोले गए

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 10:03 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 10:03 PM (IST)
सरकारी खरीद की बढ़ी रफ्तार, आठ लाख क्विंटल पार
सरकारी खरीद की बढ़ी रफ्तार, आठ लाख क्विंटल पार

हरदोई: सरकारी धान खरीद की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ने लगी है, इसके बावजूद किसानों की मुसीबत कम नहीं हुई है। किसान मंडी में औने-पौने दामों पर धान बेचने को मजबूर है। वहीं, सरकारी आंकड़ों में अब तक आठ लाख 16 हजार 357 क्विंटल धान खरीद हो चुकी है।

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किसानों को मूल्य समर्थन योजनांतर्गत 94 क्रय केंद्र खोले गए हैं। सरकारी केंद्र पर धान बेचने के लिए किसानों को टोकन देने की व्यवस्था लागू है, इसके बावजूद अधिकतर किसान केंद्र पर धान बेचने के लिए परेशान है। किसान प्रभारियों के चक्कर लगाने को मजबूर है। कई केंद्रों पर किसानों की धान बेचने के लिए लाइन लग रही है। सुबह से शाम तक किसान केंद्र पर खड़े रहते है, इसके बावजूद उनका धान नहीं बिक पाता।

वहीं, सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो छह क्रय एजेंसियों पर 23 लाख 53 हजार क्विंटल लक्ष्य के सापेक्ष अब तक आठ लाख 16 हजार 357 क्विंटल धान खरीद हो चुकी है।

मंडी में पांच से सात हजार के मध्य आ रही आवक: नवीन गल्ला मंडी हरदोई में धान की आवक लगातार बढ़ रही है। आढ़तों पर धान का अंबार लग रहा है। किसान औने-पौने दामों पर आढ़तों पर धान बेचने को मजबूर है।

अब तक हुई धान खरीद एक नजर में

क्रय एजेंसी - अब तक हुई खरीद (प्रति क्विंटल में) विपणन शाखा - 308731

पीसीएफ - 17,5696

पीसीयू - 229931

मंडी परिषद - 52514

यूपीएसएस - 31592

भारतीय खाद्य निगम - 14590

दिए गए निर्देश

डिप्टी आरएमओ अनुराग पांडेय ने बताया कि सभी क्रय एजेंसियों के प्रभारियों को टोकन के अनुसार केंद्र पर धान की खरीद के निर्देश दिए गए हैं। प्रभारियों की लापरवाही सामने आती है, तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के सहायक निदेशक ने धान के सैंपल लिए

माधौगंज: केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के सहायक निदेशक ने मंगलवार को माधौगंज, सांडी मंडी का निरीक्षण किया। उन्होंने धान की गुणवत्ता देखी। साथ ही धान के सैंपल भी लिए।

सहायक निदेशक पीके सिंह टीम के साथ कृषि उत्पादन मंडी समिति माधौगंज पहुंचे और किसानों द्वारा लाए गए धान की गुणवत्ता देखी। उन्होंने विपणन शाखा के केंद्र पर किसान शिवम शुक्ला से धान के संबंध में बात की। शिवम ने बताया कि लगभग 40 क्विटल धान बेचना है। सहायक निदेशक ने धान की गुणवत्ता देखी और उसका सैंपल लिया। उन्होंने राजकीय मंडी परिषद के केंद्र पर किसान गया प्रसाद का धान देखा। धान में नमी होने थी।

वहीं, गया प्रसाद ने बताया कि उसका धान जब खेत में खड़ा था तब बारिश हुई थी। सहायक निदेशक ने टीम के साथ मंडी में आढ़तों पर लगी कई धान की ढेरियां देखीं। भैंसीमऊ के कमलेश का धान देखा। उन्होंने किसान से केंद्र पर धान न बेचने के बारे में पूछा। किसान का कहना था कि वह पंजीकरण भी नहीं कराएगा। मंडी में जो भाव मिलेगा उसी पर धान बेचेगा।

सहायक निदेशक ने बताया कि बेमौसम बारिश चलते किसानों का धान खराब हुआ है या नहीं, जिसकी जांच के लिए टीम भेजी गई है। टीम अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को भेजेगी। उन्होंने माधौगंज मंडी के बाद सांडी मंडी व हरदोई मंडी में केंद्र पर लगे धान की गुणवत्ता देखी। टीम में तकनीकी अधिकारी आरके बराला, शालिनी जायसवाल, डिप्टी आरएमओ अनुराग पांडेय आदि मौजूद रहे।


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