आयकर विभाग के शिकंजे में 61 धन्नासेठ
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हरदोई : नोटबंदी के दौरान खातों में लाखों रुपये जमा करने वाले 61 धन्नासेठ अब आयकर विभाग के शिकंजे में फंस गए हैं। इन सभी लोगों ने विभाग के नोटिस का न तो जवाब दिया, न ही इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया। आयकर विभाग अब इन पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। विभाग इनकी आय को अघोषित मानते हुए जब्त कर सकता है। इसके अलावा उन्हें जेल भी भेज सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। उस दौरान बैंकों में एक खाते में 2.5 लाख रुपये तक जमा करने की सीमा निर्धारित की गई थी। विभागीय सूत्रों के अनुसार बैंकों से विवरण जुटाने के बाद आयकर विभाग ने जिले के 112 लोगों को चिन्हित किया है। इन सभी ने खातों में तय सीमा से अधिक रकम जमा की थी। इसमें 22 ऐसे खातेदार हैं, जिन्होंने 50 लाख से लेकर एक करोड़ रुपये तक जमा किए हैं। आयकर विभाग ने नौ लोगों पर उनके अभिलेखों के आधार पर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। जबकि अन्य पर अंतिम नोटिस के जवाब के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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नोटबंदी के समय बड़े पैमाने पर लोगों ने अपने खातों में रुपये जमा किए थे। जिन्होंने आयकर रिटर्न फाइल नहीं किया है, उन्हें नोटिस भेजा गया था। जो जवाब नहीं दे रहे हैं, उनके विरुद्ध नियमानुसार अनुसार कार्रवाई की जा रही है।
-राम अधार, आयकर अधिकारी