मजिस्ट्रेट के साथ ही मानवाधिकार आयोग से भी होगी जांच
ष्श्रठ्ठह्लह्मड्डष्ह्ल द्मद्बद्यद्यद्गह्म ष्श्रठ्ठह्लह्मड्डष्ह्ल द्मद्बद्यद्यद्गह्म
हरदोई: सुरसा क्षेत्र में मुठभेड़ में मारे गए अखिलेश उर्फ आकाश यादव के खिलाफ पुलिस पर हमला करने का मामला दर्ज किया गया है। पूरे मामले की पुलिस तो जांच कर ही रही है। मुठभेड़ की मजिस्ट्रेटी और मानवाधिकार आयोग से भी जांच होगी। पुलिस के अनुसार मारा गया बदमाश काफी शातिर था। पिछले काफी दिनों से उसकी हरदोई में मौजूदगी की लोकेशन मिल रही थी।
जैसा कि पुलिस ने बताया कि शातिर बदमाशों की लोकेशन पुलिस ट्रेस करती रहती है, और उसी से अखिलेश तक पुलिस पहुंची। पुलिस ने उसे घेरा तो सबसे पहले उसने ही गोली चलाई। उपनिरीक्षक राहुल सिसौदिया उसी की गोली का शिकार हुए। जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। रंगदारी मांगने का तो मामला दर्ज ही हुआ था। पुलिस पार्टी पर हमले का भी उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। सीओ सिटी विजय कुमार राना ने बताया कि पूरे मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है। मजिस्ट्रेट से भी मुठभेड़ की जांच होगी, दूसरी तरफ ऐसे मामलों की मानवाधिकार आयोग भी जांच कराता है। आयोग से भी जांच होगी। बिना नंबर की बाइक और मुंगेर की थी पिस्टल
मारे गए बदमाश अखिलेश के पास से पुलिस को एक बाइक और पिस्टल बरामद हुई है। बाइक पर कोई नंबर नहीं था। पुलिस के अनुसार चेचिस नंबर के आधार पर उसकी जांच कराई जा रही है। जो पिस्टल मिली है, वह मुंगेर की बनी हुई है। पिता बोला, पुलिस ने पकड़ कर मारा
अखिलेश के पिता जीतपाल सिंह ने पुलिस पर उसके पुत्र को पकड़कर हत्या करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अखिलेश पर दर्ज मुकदमें की शनिवार को पेशी थी। जिसके लिए वह हरदोई आया था। पुलिस ने उसे पकड़ लिया और फिर रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी। जीतपाल का कहना है कि अखिलेश खेतीबाड़ी करता था। उसकी पत्नी दानवती व दो पुत्रियां हैं। उसके ऊपर कोई गंभीर मुकदमें दर्ज नहीं थे, लेकिन पुलिस ने उसे मार दिया।