निर्मल गंगा में योगदान देंगे गंगा तालाब
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हरदोई : गंगा की अविरलता-निर्मलता को लेकर शुरू हुई मुहिम गांवों तक जा पहुंची है। गंगा किनारे के गांवों में निर्मित कराए जाने वाले तालाब अब लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट का काम करेंगे। इन्हें गंगा तालाब नाम दिया गया है। तालाबों का निर्माण मनरेगा मद से कराया जा रहा है। गांवों में घरों से निकलने वाला गंदा पानी व तरल अपशिष्ट इन्हीं तालाबों में छोड़ा जाएगा, ताकि गंगा में न जाने पाए।
गंगा की स्वच्छता को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार ने फैक्ट्रियों के गंदे पानी के प्रवाह को बंद करा दिया है। अब गंगा किनारे के गांवों की बारी है। गांवों में घरों एवं सार्वजनिक स्थलों पर लगे हैंडपंप और कुआं से निकलने वाले गंदे पानी का आकलन भी कराया गया है। भौगोलिक संरचना के दृष्टिगत नालियों के निर्माण के साथ गंगा तालाब की कार्ययोजना बनाई गई। ताकि पूरे गांव का पानी इन तालाबों में ही गिराया जा सके। गंगा यात्रा के दौरान तालाबों की खोदाई का शुभारंभ भी हो गया है। जिले में 11 ग्राम पंचायतों के 17 राजस्व गांव गंगा के किनारे बसे हुए हैं। इन गांवों में घरों एवं सार्वजनिक स्थलों पर लगे हैंडपंप, कुआं आदि से निकलने वाले गंदे पानी को तालाबों में गिराए जाने की कवायद है। साथ ही 69 घरों में सोकपिट का भी निर्माण शुरू कराया गया है।
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17 राजस्व गांवों में घरों से निकलने वाले लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए तालाबों का निर्माण कराया जाएगा। प्रथम चरण में एक-एक तालाब की कार्ययोजना है। नौ तालाबों का निर्माण गुरुवार से शुरू करा दिया गया है।
- निधि गुप्ता वत्स, सीडीओ