कुप्रथाओं को मिटाने का चित्रों से संदेश देंगी बेटियां
कोरोना काल में बच्चियां घर से ही कुप्रथाओं के खिलाफ पोस्टर चित्रों के माध्यम से संदेश देंगी। 24 सितंबर को मीना दिवस पर ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में इसे भी शामिल किया गया है।
हरदोई: परिषदीय विद्यालयों के मीना मंच में शामिल बेटियां कुरीतियों के खिलाफ संदेश देती हैं। वैसे तो विद्यालयों में गतिविधियां आयोजित होती रहती थीं, लेकिन इन दिनों छात्राएं घर पर ही हैं, ऐसे में वह घर से ही कुप्रथाओं के खिलाफ पोस्टर, चित्रों के माध्यम से संदेश देंगी। 24 सितंबर को मीना दिवस पर ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में इसे भी शामिल किया गया है।
विद्यालयों में छात्राओं के एक समूह को मीना मंच नाम दिया जाता है। विशेष प्रशिक्षण प्राप्त इन छात्राओं के माध्यम से समाज में जागरूकता लाई जाती है। समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित होते हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते विद्यालय बंद हैं। ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ही मीना मंच की छात्राओं के भी ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित होते हैं। 24 सितंबर को मीना दिवस को भी ऑनलाइन ही मनाया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा की तरफ से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को जारी पत्र में कहा गया कि कुप्रथाओं जैसे दहेज, बाल विवाह, नशा आदि बिदुओं पर छात्राओं की चित्र और पोस्टर प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएं। इसके अतिरिक्त बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, शिक्षित बेटी, सशक्त समाज, आत्मरक्षा के उपाय और व्यक्तिगत स्वच्छता के भी ऑनलाइन ही कार्यक्रम आयोजित हों। बेटियां चित्रों के माध्यम से अपने विचार रखें, साथ ही उनसे समाज को भी संदेश दिया जाए। अच्छा प्रदर्शन करने वाली छात्रों का उत्साहवर्धन कर उनका सम्मान करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंतराव ने बताया कि 24 सितंबर को मीना दिवस मनाने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से विद्यालयों को आदेश जारी कर दिया गया है।