प्रौढ़ निरक्षरों को साक्षर बनाएंगे बच्चे
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हरदोई: अब गांवों के बच्चे प्रौढ़ निरक्षरों को साक्षर बनाएंगे। गांधी जयंती पर गुरु जी बच्चों को प्रतिज्ञा दिलाकर निरक्षरों को चिन्हित कर उन्हें बच्चों को सौंपेंगे। इससे साक्षरता तो आएगी ही, बच्चों के अंदर आपसी प्रेम व्यवहार भी बढ़ेगा। बेसिक शिक्षा निदेशक के आदेश पर खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम विद्यालयों के अध्यापकों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
साक्षरता अभियान में गांव गांवों प्रेरकों की तैनाती थी। जोकि प्रौढ़ निरक्षरों को साक्षर बनाते थे, लेकिन अब अभियान बंद हो चुका है। जो निरक्षर हैं उनकी साक्षरता का कोई इंतजाम नहीं है। इसके लिए गांधी जयंती पर खास कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को साक्षरता का चिराग जलवाया जाएगा। बेसिक शिक्षा निदेशक की तरफ से जारी पत्र के अनुसार गांधी जयंती पर अध्यापक बच्चों को उनका दायित्व समझाते हुए उन्हें इस काम की प्रतिज्ञा कराएंगे। अध्यापक बच्चों को बताएंगे कि वह अपने घर, आसपास या जहां पर भी कोई निरक्षर मिले उसे साक्षर करें। इसके लिए एक बच्चे को एक व्यक्ति की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। अध्यापक गांवों से निरक्षर प्रौढ़ों को चिह्नित कर उसकी सूची विद्यालय के बोर्ड पर लगाकर जिस बच्चे को जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसका भी नाम लिखेंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंतराव ने बताया कि विभाग का मानना है कि इससे निरक्षर साक्षर तो होंगे ही, जिस व्यक्ति की उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, उसके प्रति उनके मन में सम्मान और अपनापन बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि गांधी जयंती से शुरू होने वाले खास कार्यक्रम के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर दिया गया है।