खेतों में सूख रहा गन्ना, नहीं मिल रही पर्ची
रूपापुर चीनी मिल पगिन्ना सर्वे के पखवारे की भी जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं।
पचदेवरा: गन्ना विभाग की लापरवाही और सिस्टम की मनमानी की हद हो गई। चीनी मिल परिक्षेत्र के गन्ना किसान गन्ना समिति की पर्ची के फेर में उलझ कर रह गये हैं। किसानों को मिल बंद होने की चिता सता रही है। किसानों का आरोप है कि समिति के अधिकारी उन्हें अर्ली, सामान्य व रिजेक्ट के फेर में फंसा कर दलालों को फायदा पहुंचा रहे हैं। अधिकारी मिल व समिति की साठगांठ से गन्ना सर्वे के पखवारे की भी जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं।
गन्ना किसान नीरज ने समिति प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की गन्ना पर्चियां आनी बंद हो गयी हैं। गर्मी बढ़ने के कारण मजदूर गन्ने की छिलाई करने आनाकानी करते है। अनंगपुर निवासी महेंद्र सिंह ने कहा कि उनके पास 27 बीघा पेड़ी खड़ी है अभी तक केवल दो पर्ची आयीं हैं। मई में उनकी लड़की की शादी हैं। रुपयों की व्यवस्था करना मुश्किल हो रहा है। वह गन्ना दलालों के हाथ बेचने को मजबूर हैं। किसान मुनेंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास 17 बीघा शरद कालीन गन्ना खेतों में खड़ा सूख रहा है। अधिकारियों के चक्कर लगाते थक चुके हैं। उबरीखेड़ा निवासी राम शंकर बताते हैं कि छह बीघा पेड़ी खड़ी है और समिति के अधिकारियों ने सट्टा निल कर लॉक कर दिया है। किसान हरिवंश, सबल सिंह का 11 बीघा गन्ना सूख रहा है। सतनेश कुमार ने बताया कि अभी तक एक भी पर्ची नहीं आई है। जगपाल सिंह ने बताया कि दो माह से कोई पर्ची नहीं आई, जबकि 6 बीघा पेड़ी खेत में खड़ी है। जिला गन्ना अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि सोसायटी सचिव से सीयूजी नंबर पर संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। उन्होंने मामले की जांच कराने की बात कहीं है। रूपापुर के महाप्रबंधक प्रभात कुमार ने बताया कि किसानों को पर्ची शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी। जब तक खेतों में गन्ना रहेगा, तब तक मिल बंद नहीं होगी।