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खाता व आइएफएससी में भ्रम तो फंसेगी उपज की रकम

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By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Oct 2019 10:48 PM (IST)Updated: Sun, 13 Oct 2019 10:48 PM (IST)
खाता व आइएफएससी में भ्रम तो फंसेगी उपज की रकम
खाता व आइएफएससी में भ्रम तो फंसेगी उपज की रकम

हरदोई : मूल्य समर्थन योजना के तहत सरकारी क्रय केंद्र पर धान या मक्का बेचने वाले किसानों को चूक भारी पड़ सकती है। बैंक खाता नंबर व आइएफएससी (इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड) में भ्रम होने पर उपज का भुगतान फंस सकता है। ऐसे में खाद्य विभाग की वेबसाइट पर पंजीयन कराते समय खाता नंबर व आइएफएससी सही से भरें।

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मूल्य समर्थन योजना के अंतर्गत सरकारी क्रय केंद्र पर धान और मक्का बेचने वाले किसानों को 72 घंटे में भुगतान का निर्देश है, लेकिन अधिकांश को समय से पेमेंट नहीं मिलता। शिकायतों का संज्ञान लेते हुए शासन ने धान व मक्का की बिक्री का भुगतान पीएफएमएस (पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम) के माध्यम से करने की व्यवस्था शुरू की है। इससे किसानों को समय से उपज बिक्री की धनराशि मिल जाएगी और भुगतान के लिए किसी के चक्कर नहीं लगाने होंगे, हालांकि इस व्यवस्था में एक खामी है। अगर किसी किसान ने बैंक खाता व आइएफएससी गलत भरा है तो उसका भुगतान लटक सकता है।

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बैंक खाता बदलने का मौका :

गेहूं खरीद के दौरान पंजीकृत किसानों को बैंक खाता परिवर्तन का मौका दिया गया है। किसान ऑनलाइन अपना खाता नंबर और आइएफएससी बदलवा सकते हैं। फिर पंजीयन लॉक करा सकते है।

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पंजीकरण प्रपत्र में आवेदक व खातेदार का नाम समान होना चाहिए। बैंक खाता व आइएसएससी गलत भरने पर उसे दुरुस्त कराने में समय लग सकता है। ऐसे में भुगतान में देरी हो सकती है।

अनुराग पांडेय, डिप्टी आरएमओ


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