गोवर्धन पूजन कर मांगी गोधन के साथ समृद्धि
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हरदोई : सोमवार को गोवर्धन पूजा कर गोधन के साथ समृद्धि की कामना की गई। गाय के गोबर से भगवान श्रीकृष्ण के परिवार के साथ गोधन व पूरी गृहस्थी बनाई गई। विभिन्न प्रकार के पकवानों से पूजन किया गया।
दूसरी तरफ अन्नकूट महोत्सव पर श्री रामजानकी मंदिर में 56 भोग लगाया गया। इस मौके पर भजन कीर्तन व आरती में भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। भगवान विष्णु का स्वरूप मानकर गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। भांति-भांति के व्यंजनों से गोवर्धन पर्वत का भोग लगाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इंद्र के अहंकार को चूर करने के लिए भगवान ने गोवर्धन का सहारा लिया था। जब इंद्र ने ब्रजवासियों को डुबाने के लिए घनघोर वर्षा आरंभ की तो भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत उठा लिया। इसी उपलक्ष्य में भी अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है। नवीन मंडी स्थल स्थित श्री रामजानकी मंदिर में भगवान का विधि विधान से पूजन किया गया। इस मौके पर भगवान का श्रंगार किया गया। उसके बाद छप्पन व्यंजनों से भगवान को भोग लगाया । भजन व कीर्तन गा कर प्रभु की आराधना की गई।
घरों में गोवंश की पूजा : घरों में गोवर्धन पूजा में गोधन यानि गोवंश की पूजा की गई। गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी माना जाता है। लक्ष्मी जिस प्रकार सुख समृद्धि प्रदान करती है उसी प्रकार गोमाता भी दूध से स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती है। गो के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को इनकी पूजा की जाती है। इस दिन गोबर से गोवर्धन नाथ की पूरी तस्वीर, गाय, गाय के दूध के रखरखाव के लिए बर्तन आदि का चित्रण किया जाता है।