कैशलेस रहे एटीएम, भटकते रहे लोग
ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग ढ्डड्डठ्ठद्म ह्यह्लह्मद्बद्मद्ग
हरदोई : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर राष्ट्रीयकृत बैंकों की हड़ताल के चलते अधिकांश एटीएम पर ताले लटकते रहे, जो खुले भी थी उनमें कैश नहीं था। इससे लोग भटकने को मजबूर हुए।
बैंक हड़ताल के दूसरे दिन कैश निकालने को लेकर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश एटीएम के ताले तक नहीं खुले। कुछ एटीएम खुले थे, लेकिन वहां पर कैश नहीं था। रेलवेगंज स्थित आइसीआइसीआइ, आइडीबीआइ के एटीएम खुले थे, लेकिन उनमें कैश नहीं था। लोग एटीएम देखकर लौटने को मजबूर हुए। जेलरोड स्थित एसबीआइ मुख्य शाखा और एचडीएफसी का एटीएम खुला था, जिस पर लोगों की भीड़ लगी रही। सिनेमा चौराहा स्थित एसबीआइ, बड़ा चौराहा स्थित एसबीआइ और घंटाघर मार्ग के इंडियन बैंक समेत अधिकांश एटीएम के ताले तक नहीं खुले, जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। खाताधारक बोले..
प्रगतिनगर निवासी सुनील फौजी ने बताया कि बैंक बंद है, जिससे कैश निकालने को भटकना पड़ रहा है। एसबीआइ की मुख्य शाखा में दोपहर में ही कैश समाप्त हो गया। बैंक प्रशासन को लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एटीएम में कैश की पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए थी। सिनेमा चौराहा के धीरज प्रताप ने बताया कि जो एटीएम खुले है वहां पर भीड़ अधिक है और पैसा निकालने में समय लग रहा है। अधिकांश एटीएम बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।