बैंकों के विलय से गुस्साए बैंक कर्मियों ने किया प्रदर्शन
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हरदोई : बैंकों के विलय से गुस्साए कर्मियों ने यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले शनिवार दोपहर बाद सिडिकेट बैंक पर एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के विरोध में नारेबाजी की। सरकार से बैंकों के विलय के प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की। इससे पहले बैंक कर्मियों ने कार्य करते समय काली पट्टी बांधकर कार्य विरोध जताया।
यूनियंस के संयोजक आरके पांडेय ने कहा कि शुक्रवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 10 पीएसयू बैंकों का परस्पर विलय कर चार बैंकों के संचालन की घोषणा की है। पीएनबी में ओरियंटल बैंक और यूनाइटेड बैंक, केनरा बैंक में सिडिकेट बैंक, यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक और कारपोरेशन बैंक और इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय प्रस्तावित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस समय देश को अर्थव्यवस्था के संकट से बाहर लाने की जरूरत है। बैंकों के विलय जैसे गैरजरूरी प्रयोग करने की जरूरत नहीं थी। इससे पहले भी हुए बैंकों के विलय से कोई सकारात्मक नतीजे नहीं निकले है। बैंकों के विलय से बैंक शाखाओं को बंद किया जाएगा, जिससे नई नौकरियों के अवसर खत्म होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि बैंकों के विलय का यह प्रस्ताव कारपोरेट जगत के हित में है, जबकि जनमानस के खिलाफ है। प्रदर्शन में अनूप सिंह, वेदप्रकाश पांडेय, अजय मेहरोत्रा, अनामिका सिंह, वरुण सिंह, कृतिका कटियार, पवन रस्तोगी, वर्षा मेहरोत्रा, साधना, रोचिन सिन्हा, विभांशु, मोहम्मद शाहिद, रिषिपाल, ब्रह्मानंद, सुजीत कुमार, संदीप कुमार, स्मिता जयसवाल, वरिदर कौर भमरा, देवेंद्र कुमार, बालेशर, कमलकांत, अनुज सिंह, श्याममोहन बाजपेई मौजूद रहे।