सपाइयों के बाद अब चतरखा बरनई पहुंचे कांग्रेसी
हरपालपुर: चतरखा बरनई गांव में ब्राह्मण और क्षत्रिय परिवारों के बीच हुआ विवाद राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। सोमवार को सपाई गांव गए थे तो मंगलवार को पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल गांव पहुंचा। कांग्रेसियों ने बताया कि उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात कर सहयोग करने का आश्वासन दिया।
पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने कहा कि गांव की स्थिति बहुत ही चिंताजनक एवं गंभीर है। पूरा गांव छावनी में तब्दील है। जो भी आरोपी हैं, उन पर कार्रवाई करने के लिए प्रशासन गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है। लूट के मामले में पुलिस ने अभी तक आरोपितों के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज किया है। गांव की महिलाओं एवं युवतियों का मंदिर में पूजा करना मुश्किल है। लोग यहां चैन से अपने घरों में नहीं रह पा रहे हैं। हमारी पार्टी भी कुछ न कुछ कार्रवाई करेगी। हम लोग चुप बैठने वाले नहीं हैं। प्रतिनिधि मंडल में विक्रम पांडेय, राजवर्धन सिंह, सुभाष पाल भी मौजूद रहे।
गांव में तैनात पुलिस व पीएसी जवान : चतरखा बरनई गांव में 15 अगस्त को हुए विवाद के बाद से मामला तूल पकड़ता जा रहा है। स्थिति को देखते हुए गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई थानों की पुलिस फोर्स, पीएसी तैनात है। मंगलवार को कई सीओ व एसडीएम भी गांव पहुंचे।
आप और हम चेतना मंच का प्रतिनिधिमंडल जाएगा बरनई
हरदोई: आप और हम चेतना मंच की मंगलवार को हुई बैठक में चतरखा बरनई के मामले पर चर्चा की गई। संयोजक कमलेश पाठक के आवास पर बैठक में उन्होंने कहा कि सदियों से क्षत्रिय वर्ग राष्ट्र व समाज का रक्षक रहा है और धर्म संस्कृति की स्थापना के लिए ब्राह्मणों के रचनात्मक सुझाव का अनुपालन करता आया है। बरनई चतरखा में दोनों पक्षों में बढ़ी दूरियों को पाटने का प्रयास किया जाएगा। संस्था के अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बरनई चतरखा में विवाद को हवा देने वालों के मंसूबों को सफल नहीं होने दिया जाएगा। राजीव सिंह, गिरीश बाजपेई, अभय सिंह, शशि देव सिंह, प्रदुम्न सिंह, शैलेंद्र सिंह, विकास पाठक, राहुल पांडेय मौजूद रहे।