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.. ताकि मना सके खुशियों का त्योहार

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By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 10:48 PM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 10:48 PM (IST)
.. ताकि मना सके खुशियों का त्योहार
.. ताकि मना सके खुशियों का त्योहार

हरदोई : दीपावली व भाईदूज नजदीक है। मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग सतर्क है, लेकिन लोगों को विभाग के भरोसे रहने की जरूरत नहीं है। मिलावटखोर अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं।

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जानकारों की मानें तो खाद्य पदार्थों में मिलावट अधिक हो रही है, जिसका लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। लोगों को इससे बचने की जरूरत है। इसके लिए लोगों को ताजे खोवे से बनी मिठाइयों का प्रयोग करना चाहिए। रंगीन मिठाई व सस्ते दाम पर बिक रही मिठाई और खुले में रखे खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। लोगों को खाद्य पदार्थ खरीदने से पहले मिलावट की शुरुआती जांच करने की जानकारी होना आवश्यक है। ऐसे परखें मिलावट

दूध : सोडा परीक्षण के लिए पांच मिलीलीटर दूध में एल्कोहल मिलाएं और इस घोल में पांच बूंद रोजेलिक एसिड डालने पर गहरा रंग आने पर सोडे की मिलावट की पुष्टि होती है। यूरिया के परीक्षण के लिए पांच मिलीलीटर दूध में पैराडाइमिथाइल एमिनो बैंजाल्डिहाइड मिलाने पर पीला रंग आता है, इससे मिलावट की जानकारी होती है। जबकि डिटरजेंट परीक्षण के लिए पांच मिलीलीटर दूध में दो बूंद ब्रोमोक्रिसाल परपल घोल डालने पर नीले रंग का दूध हो जाता है।

खोवा: मिल्क पाउडर से बने खोवा की पहचान करना आसान है। हथेली पर मसलने से खोवा फैल जाता है, जबकि असली दूध का खोवा फैलता नहीं। उससे फैट बाहर आता है।

तेल : एक परखनली में पांच मिलीलीटर तेल एवं पांच मिलीलीटर नाइट्रिक अम्ल डालकर सावधानी से हिलाएं तो तेल हल्के भूरे रंग का हो जाता है। इसे आर्जीमोन ऑयल की मिलावट की पुष्टि होती है।

घी : एक परखनली में पांच मिलीलीटर के समतुल्य नमूना एवं पांच मिलीलीटर सांद्र हाइड्रोक्लोरिक एसिड को डालें और दो बूंद परफ्यूरॉल घोल डालकर सावधानी से हिलाएं। इस प्रक्रिया के दौरान घी का रंग बदलकर लाल होता है, तो मिलावट की पुष्टि होती है।

चांदी वर्क : चांदी वर्क लगी मिठाइयों की स्वयं जांच करना आसान है। बर्फी में लगी वर्क को दो सेकेंड हथेली पर मसलने पर चांदी वर्क गायब होने लगती है, जबकि एल्युमीनियम वर्क गायब नहीं होती और जस की तस बनी रहती है। यहां दें सूचना

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग का टोल फ्री नंबर 18001085533 है, जिस पर कोई भी व्यक्ति मिलावट संबंधी शिकायत दे सकता है। इसके अलावा 7417991605 पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। एक्सपर्ट बोले

खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनिरुद्ध सिंह गंगवार ने बताया कि मिलावटखोरों द्वारा खाद्य पदार्थ में की जाने वाली मिलावट हमारी सेहत के लिए खतरनाक है। मिलावट हमें बीमार बना सकती है, इसलिए हमें इससे सावधान रहने की जरूरत है। यदि हम थोड़ा ध्यान दें तो उसकी भौतिक अवस्था को देखकर एवं कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर मिलावट की पहचान कर सकते हैं।


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