विद्यालय में जूता न मिलने से नंगे पैर घूम रहे 60 हजार बच्चे
हरदोई: वाह रे व्यवस्था। कहने को तो परिषदीय विद्यालयों के सभी बच्चों को जूता मोजा पहना दिए ग
हरदोई: वाह रे व्यवस्था। कहने को तो परिषदीय विद्यालयों के सभी बच्चों को जूता मोजा पहना दिए गए हैं, लेकिन शाहाबाद और पिहानी विकास खंड के बच्चे नंगे पैर घूम रहे हैं। सत्यापन में खामी मिलने पर विभाग ने इन दोनों विकास खंडों के 60 हजार 256 बच्चों के जूते फर्म को लौटा दिए पर अभी तक दूसरे जूते नहीं आए हैं। साथियों के नए जूते देखकर बच्चे मायूस हैं।
परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को निशुल्क जूता-मोजा वितरित किए गए। जिले के 19 विकास खंड और नगर क्षेत्रों को मिलाकर कुल चार लाख 71 हजार 429 बच्चों को इसका लाभ मिलना था। शासन स्तर से फर्म को जूता आपूर्ति की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिलाधिकारी के आदेश पर तहसील स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी जूतों के नमूना और आपूर्ति की जांच कर हरी झंडी के बाद वितरण होना था। वैसे तो एक ही फर्म ने हरदोई ही नहीं आसपास के जिलों में जूते आपूर्ति किए और कारण जो भी रहा हो लेकिन किसी ने कोई आपत्ति नहीं की पर शाहाबाद तहसील में गुणवत्ता का खेल पकड़ लिया गया। उपजिलाधिकारी ने सत्यापन किया तो आपूर्ति और नमूने में काफी अंतर मिला। न साइज सही था और न ही गुणवत्ता। एसडीएम ने शाहाबाद तहसील के ब्लाक शाहाबाद के 28 हजार 97 और पिहानी के 32 हजार 59 बच्चों के जूता वितरण पर रोक लगा दी थी। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने गंभीरता से लेते हुए जूतों को फर्म को वापस कर नई आपूर्ति मांगने का आदेश दिया था। फर्म को जूते भेज भी दिए गए, लेकिन करीब अभी तक दूसरी आपूर्ति नहीं आई है। जिससे यह बच्चे नंगे पैर स्कूल जा रहे हैं। जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता राजीव कुमार मिश्र का कहना है कि फर्म को कई पत्र लिखे जा चुके हैं और जल्द ही जूता आ भी जाएंगे।