आवास योजना में 55 लाख का घोटाला
55 द्यड्डद्मद्धह्य ह्यष्ड्डद्व 55 द्यड्डद्मद्धह्य ह्यष्ड्डद्व 55 द्यड्डद्मद्धह्य ह्यष्ड्डद्व
हरदोई: जरूरतमंदों बेघरों को एक अदद छत देने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (पीएमएवाई) में लाखों का घोटाला सामने आया है। सोशल ऑडिट में करीब 55,24,450 रुपये की गड़बड़ी पकड़ी गई है। वर्ष 2017-18 के कार्यो में 16 विकास खंड की 940 ग्राम पंचायतों में से 794 के कराए गए सोशल ऑडिट में छह विकास खंडों की 351 ग्राम पंचायतों में खेल पकड़ा गया है। धनराशि के दुरुपयोग पर आवास के नोडल अधिकारी जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक को ऑडिट आपत्ति निस्तारण एवं कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेज दी गई है।
सोशल ऑडिट निदेशालय की ओर से पीएमएवाई में वर्ष 2017-18 में जिले में बेघर परिवारों को आवंटित किए गए आवासों का वर्ष 2017-18 के कैलेंडर अनुसार सोशल ऑडिट कराया गया। इसमें अपात्रों को आवास देने, लाभार्थियों की ओर से राशि का सही उपयोग न करने व मनरेगा श्रमांश में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है। सोशल ऑडिट नोडल अधिकारी की ऑडिट रिपोर्ट ने आवास योजना के क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। नोडल अधिकारी पीडी राजेंद्र कुमार श्रीवास का कहना है कि रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। ग्राम पंचायतवार छंटनी कराते हुए नियमानुसार जो भी कार्रवाई बनेगी की जाएगी। जहां पर जरूरी होगा वहां वसूली भी कराई जाएगी।
इन ब्लाकों में गड़बड़ी हुई उजागर
विकास खंड की ग्राम पंचायतों में बावन की 69 में 2,68,525, बेहंदर की 58 में 11,10,000, भरावन की 64 में 13,20,000, बिलग्राम की 73 में 15,10,000, सांडी की 56 में 1,20,000 व संडीला की 31 ग्राम पंचायतों में 11,95,925 रुपये की गड़बड़ी मिली है।
ऑडिट में 2,491 कमियों का हो पाया निस्तारण
794 ग्राम पंचायतों के सोशल ऑडिट में आवास से जुड़ी कुल 16,478 कमियां उजागर हुई। ऑडिट के दौरान टीम ने ग्राम सभा की खुली बैठक, अभिलेखों के परीक्षण से 2,491 कमियों को मौके पर ही निस्तारित कर दिया। जबकि 13,987 कमियों को निस्तारण के लिए नोडल विभाग को भेजा गया है।